मेरठ ब्यूरो। परिवार नियोजन के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से सोमवार को सीएमओ कार्यालय से जागरुकता वाहनों को रवाना किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। अशोक कटारिया ने सारथी वाहन को हरी झंडी दिखाई। इन वाहनों के माध्यम से परिवार नियोजन की आवश्यकता, परिवार नियोजन के साधनों, महिला एवं पुरुष नसबंदी के फायदे तथा इसके लिए लाभार्थी को दी जाने वाली धनराशि के बारे में जानकारी दी जाएगी।

छोटे परिवार का संदेश

गौरतलब है कि परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता के लिए सारथी वाहनों का शहर में संचालन किया जाएगा। इन वाहनों के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जनमानस को परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति जागरूक किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधिया के माध्यम से परिवार नियोजन कार्यकम का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इन वाहनों के माध्यम से आम जनमानस को परिवार नियोजन के फायदे बताकर उसके प्रति जागरूक किया जाएगा। परिवार नियोजन के साधनों को बढ़ावा देने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई और स्थाई साधनों के प्रयोग के लिये प्रेरित कर सीमित और छोटे परिवार का सन्देश दिया जाएगा। साथ ही दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अन्तर रखने का सन्देश देने के साथ ही वहां के लोगो को जागरूक करने का काम करेगा।

3123 महिलाओं ने कराई नसबंदी

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। कांति प्रसाद ने बताया कि जनपद में इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल से अक्टूबर 2024 तक 101 पुरुषों ने और 3123 महिलाओ ने परिवार नियोजन के स्थायी साधन के रूप में नसबन्दी को अपनाया है। परिवार नियोजन के विषय में समुदाय के लोगों को जागरूक करने के लिए त्रिमासिक अंतराल पर सारथी वाहनों का संचालन होगा।

ये लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश चंद्रा, सब रीजनल टीम लीडर डॉ अजय पवार, मण्डलीय लोजिस्टिक प्रबंधक अखिलेश सिंह, मंडलीय स्वास्थ्य समन्वयक यूनिसेफ अल्ताफ अली, रीजनल मैनेजर एसएम नेट फिरोज अहमद, प्रोग्राम ऑफिसर यूएनडीपी अरशद बेग, डीएमसी यूनिसेफ नजमुन निशा आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।