मेरठ ब्यूरो । मेडिकल कालेज में देहदान और अंगदान जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया। महर्षि दधीचि सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा। आरसी गुप्ता ने कहा कि मानव अंग जैसे किडनी, लिवर व हृदय आदि व्यक्ति के ब्रेन डेड होने पर दान किए जा सकते हैं। नेत्रदान मृत्यु के बाद होता है। यह गर्मी के मौसम में मृत्यु के चार घंटे तथा सर्दी में छह घंटे के भीतर होना चाहिए।
महादान है देहदान
उन्होंने कहा कि देहदान महादान है। जिस व्यक्ति ने जीवित रहते देहदान का संकल्प लिया हो, उसके स्वजन की मेडिकल कालेज को समय से सूचित करना चाहिए। उन्होंने लोगों से निर्भीक होकर अंगदान व देहदान करने की अपील की। मेडिकल कालेज के शरीर रचना विभाग की अध्यक्ष डा। प्रीति सिन्हा, डा। आलोक शर्मा, डा। राकेश अग्रवाल, डा। अनलजीत ङ्क्षसह आदि ने भी देहदान का महत्व बताया। इस अवसर पर डा। मोनिका शर्मा, डा। राजकुमार गोयल, डा। वीडी पांडे, डा। विदित दीक्षित, डा। प्रेम प्रकाश मिश्रा, डा। केतु चौहान, डा। शिखा, डा। निर्मल ङ्क्षसह व एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।