मेरठ (ब्यूरो)। पीएल शर्मा रोड ट्विटर पर चर्चा में हैये नाम तो आपने सुना ही होगा। अगर नहीं सुना है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सड़क को मेरठ का नेहरू प्लेस भी कहते हैैं। दरअसल, दिल्ली के नेहरू प्लेस की तरह ही पीएल शर्मा रोड भी कंप्यूटर और लैपटॉप की बेशुमार दुकानों के लिए फेमस हैै। मगर इस बार सोशल मीडिया पर पीएल शर्मा रोड दुकानदारों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण के चलते चर्चा में है।

चलने के लिए जगह नहीं
शहर के सबसे व्यस्त बाजार पीएल शर्मा रोड पर आए दिन जाम की समस्या के चलते बाजार में वाहन लेकर चलना तो अब दूर की कौड़ी हो गया है। स्थिति यह है कि इस सिंगल रोड पर सड़क किनारे पैदल चलने के लिए जगह ही नहीं बची है।

अतिक्रमण को बढ़ावा
पीएल शर्मा रोड पर बीचों-बीच हैंगिंग और रोड के दोनों साइड में लगे एलईडी डिस्पले बोर्ड वाले विज्ञापन लगभग हर दुकान के बाहर ग्राहकों को लुभाने के लिए लगाए गए हैैं। मगर ये एलईडी फिक्स डिस्पले बोर्ड अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं। इन बोर्ड के कारण रोड के साइड में चलने की जगह भी नहीं बची है। जिस कारण से पीएल शर्मा रोड पर रोजाना जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है।

ट्विटर पर की शिकायत
वहीं इन विज्ञापन पटों के चलते सड़क पर खड़े किए गए आड़े-तिरछे चौपहिया और दोपहिया वाहन मुसीबत और बढ़ा रहे हैैं। एक बार अगर कोई वाहन इस सड़क पर फंस जाए तो पूरी सड़क और बाजार को जाम से जूझने के लिए मजबूर कर देता है। बाजार में एलईडी विज्ञापन बोर्ड के कारण रोड साइड की पूरी जगह पर अतिक्रमण हो चुका है। इस समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों समेत व्यापारी अंकुर बंसल नेे ट्विटर पर नगर निगम से शिकायत कर अतिक्रमण से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

बिजली कनेक्शन तक अवैध
इतना ही नहीं, इन फिक्सड एलईडी डिजिटल बोर्ड के बिजली कनेक्शन पर भी सवाल उठ रहे हैं। अधिकतर दुकानों के बाहर लगे डिजीटल बोर्ड का कनेक्शन तो दुकान से किया गया है। मगर दुकान से दूर सड़क के बीचों-बीच या सड़क के दूसरे किनारे पर लगे डिजीटल विज्ञापन पट के लिए लाइट का कनेक्शन सीधा बिजली लाइन पर कटिया डालकर किया गया है। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।

अपने प्रोडक्ट व दुकान का प्रचार करना गलत नहीं है। लेकिन अपनी दुकान तक सीमित प्रचार होना चाहिए। पीएल शर्मा रोड के दोनों तरफ परमानेंट डिजिटल बोर्ड लगाकर अतिक्रमण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अंकुर बंसल

इन बिजली से जलने वाले एलईडी बोर्ड को सड़क पर अवैध तरीके से लगाया गया है। इतना ही नहीं, यह बोर्ड बिजली चोरी कर जलाए जा रहे हैं इनकी जांच होनी चाहिए।
गौरव मित्तल

बिजली लाइन से कटिया डाल चलाए जा रहे इन बोर्ड से आम जनता और जानवर दोनों की जान को खतरा बना हुआ है। बरसात में इन बोर्ड में करंट उतर आने से किसी की जान भी जा सकती है।
आकाश जैन

दुकानदारों ने सड़क के दूसरी ओर बिजली से जलने वाले एलईडी बोर्ड लगाए गए हैं। यह अतिक्रमण नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ही मुमकिन है। नहीं तो निगम कार्रवाई कर इन्हें जब्त करे।
अनिल जोंस