नोएडा पुलिस ने तीन आरोपियों की निशानदेही पर मारी थी लिसाड़ी गेट के कांच का पुल और किदवई नगर में दबिश
लिसाड़ी गेट थाना पुलिस की पूछताछ में खुलासा, आरोपियों ने पीएल शर्मा रोड स्थित गन हाउस में सीखा हथियार बनाना
दिल्ली से सामान लाकर विदेशी हथियारों की तर्ज पर तैयार करते थे अवैध हथिायारों के नए-नए लुक
Meerut। रविवार को नोएडा पुलिस ने तीन हथियार तस्करों की निशानदेही पर मेरठ के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र में दबिश मारी थी। साथ ही दो आरोपियों को भी नोएडा पुलिस ने लिसाड़ी गेट पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया था। इस दौरान लिसाड़ी गेट पुलिस ने भी हथियार तस्करों अवैध हथियारों के संबंध में पूछताछ की थी। जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए थे। आरोपियों ने खुलासा किया था कि उन्होंने हथियार बनाने के गुर पीएल शर्मा रोड स्थित गन हाउसेज से सीखे थे।
विदेशी हथियारों वाली लुक
दरअसल, नोएडा पुलिस रविवार को तीन हथियार सप्लायरों सगीर, शकील आफताब निवासी गाजियाबाद को साथ लेकर मेरठ पहुंची थी, यहां लिसाड़ी गेट थाने में नोएडा की बिसरख थाने की पुलिस ने आमद दर्ज कराई थी। आरोपियों की निशानदेही पर कांच का पुल और किदवई नगर पहुंची। यहां से दो आरोपियों को हिरासत में लिया था। आरोपियों को लेकर पुलिस नोएडा चली गई थी, हालांकि लिसाड़ी गेट पुलिस ने भी आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें सामने आया कि आरोपियों ने पीएल शर्मा रोड स्थित अलग-अलग गन हाउसेज पर काम किया था। आरोपी यहां हथियार ठीक किया करते थे, जिससे इनको हथियारों के बारे में पूरी जानकारी हो गई थी। वहीं काम के दौरान आरोपियों ने दिल्ली के उन ठिकानों की लिस्ट भी तैयार की थी, जहां हथियार बनाने से संबंधित सामान मिलता है। इसके बाद आरोपियों ने अपनी तमंचा फैक्ट्री खोलने की प्लानिंग बनाई। आरोपियों ने गन हाउस से नौकरी छोड़ तमंचा फैक्ट्री खोली और विदेशी हथियारों की तर्ज पर एडवांस और नए लुक के अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने शुरू कर दिए।
अवैध हथियारों का खेल
लिसाड़ी गेट में कई बार अवैध तमंचा फैक्ट्रियां पकड़ी जा चुकी हैं। इतना ही नहीं, मुंगेर के कारीगर भी अवैध हथियार बनाने की ट्रेनिंग देते यहां पकड़े जा चुके हैं। मगर पुलिस आज तक लिसाड़ी गेट में अवैध हथियारों की फैक्ट्रियों पर अंकुश नहीं लगा सकी है। इससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े होते हैं। पुलिस अक्सर अवैध फैक्ट्रियों से हथियार बनाने वाले कारीगरों को पकड़कर अपना काम पूरा कर लेती है, जिससे असली सरगना और खरीदार हमेशा बच निकलते हैं।
कई राज्यों में सप्लाई
अवैध हथियार फैक्ट्रियों की तलाश में लिसाड़ी गेट में दूसरे राज्यों की पुलिस की लगातार दबिश देती रहती है। जिससे यह साफ है कि अवैध हथियारों की सप्लाई देश के कई राज्यों तक मेरठ के लिसाड़ी गेट में संचालित अवैध हथियार फैक्ट्रियों से हो रही है। इनमें यूपी समेत दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा राज्य भी शामिल हैं। सोमवार को हुए खुलासे में भी एसएसपी ने बताया था कि मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, शामली, बागपत, बुलंदशहर आदि जिलों से आने वाली डिमांड पर लिसाड़ी गेट में अवैध हथियार तैयार किए जा रहे थे।
दूसरे राज्यों की पुलिस एक्टिव
लिसाड़ी गेट में स्थानीय पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, जबकि दूसरे राज्यों की पुलिस इन इलाकों में दबिश देकर अवैध हथियारों की फैक्ट्रियों और कारोबार का खुलासा कर देती है। नोएडा पुलिस ने जिन आरोपियों को लेकर दबिश लिसाड़ी गेट के कांच के पुल में दी थी, वह दूसरे राज्यों में काफी मात्रा में हथियार सप्लाई कर चुके है।
अवैध हथियारों के गढ़
मेरठ शहर में लिसाड़ी गेट, ब्रह्मपुरी
किठौर में राधना
मुंडाली में जिसौरा, जिसौरी,
परिक्षितगढ़ में अहमदनगर बढ़ला
खादर के कई गांव
मुजफ्फरनगर के कई गांव
अवैध हथियारों के दाम
तमंचा 5000-7000
पीतल पचपेड़ा रिवॉल्वर 3500
मेरठी पिस्टल (6 गोली) 4 से 12000
मेरठी पिस्टल (9 गोली) 12 से 17000
मेरठी रिवॉल्वर (5 गोली) 20 से 30000
मेरठी रिवॉल्वर (6 गोली) 30 से 45000
मेरठ में हथियार बनाने वालों और सप्लाई करने वालो के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। कई गैंग पर कानूनी शिकंजा कसा जा चुका है। कहां से हथियार सीख रहे हैं, ये भी जांच पड़ताल की जा रही है। इनका रिकार्ड पूरी तरह से मेंटेन भी कराया जाएगा।
विनीत भटनागर, एसपी सिटी, मेरठ