मेरठ (ब्यूरो)। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर गुरुवार को आयोजित कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस साल की थीम इक्वलाइज के अंतर्गत एड्स रोगियों के साथ होने वाले भेदभाव तथा वर्ष 2030 तक एड्स को खत्म करने के विषय पर चर्चा हुई।

नवीनतम विधियों की जानकारी
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ। आर सी गुप्ता ने की। कार्यक्रम में अखिल भारतीय कम्युनिटी मेडिसिन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कम्युनिटी मेडिसीन विभाग मेडिकल कॉलेज मेरठ के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ। हरिवंश चोपड़ा मुख्य अतिथि एवम प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ। तनवीर बानो के नेतृत्व में डॉ। सीमा जैन, डॉ। अरुण कुमार, डॉ। गणेश सिंह, डॉ। छाया मित्तल, डॉ। नीलम गौतम तथा समस्त रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा किया गया। इस दौरान डॉ। अमित गर्ग विभाग अध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने एड्स की टेस्टिंग में इस्तेमाल होने वाली नवीनतम विधियों के विषय में अवगत कराया।

चुनौतियों पर हुई चर्चा
कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर डॉ। हरिवंश चोपड़ा, डॉ। अरुण कुमार, डॉ। अमित गर्ग और डॉक्टर संध्या गौतम द्वारा एड्स से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। मुख्य वक्ता डॉ। हरिवंश चोपड़ा ने पुराने समय से लेकर अब तक एड्स रोगियों के उपचार में आने वाली चुनौतियों के विषय में अपने अनुभवों को साझा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर छाया मित्तल द्वारा किया गया तथा डॉ। नीलम गौतम द्वारा एमबीबीएस के छात्रों के लिए एक क्विज का आयोजन किया गया एवं सही उत्तर देने वालों छात्रों को पुरस्कार वितरण किया गया। डॉ। अरुण कुमार आचार्य कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने वर्तमान में भारत में एड्स की स्थिति और एड्स से बचाव एवं रोकथाम के विषय पर प्रकाश डाला।