मेरठ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और अमृता विश्वविद्यापीठम् की ओर से करियर पाथवेज के तहत प्रिंसिपल मीट हुई। इसका आयोजन दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के ऑफिस में हुआ। इस दौरान अमृता विश्वविद्यापीठम् के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन ने एआई यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के तथ्यों को प्रिंसिपल्स के सामने रखा। उन्होंने बताया कि एआई हमारे काम और लाइफ स्टाइल को आसान बना देगा। टीचर्स के काम को आसान बनाने में भी एआई मददगार है। साथ ही बताया कि साइंस स्ट्रीम के बच्चे मेडिकल से संबंधित किन-किन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं। इस मौके पर स्कूल प्रिंसिपल्स, वाइस प्रिंसिपल्स एवं कोर्डिनेटर ने भी अपने -अपने विचार व्यक्त किए।

एआई की उपयोगिता पर चर्चा
इस दौरान प्रिंसिपल्स ने कहा कि एआई यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस हमारे काम को आसान तो बना देगा, लेकिन यह पूरी तरह से इंसानों की जगह लेने से बहुत दूर है। क्योंकि एआई को किसी व्यक्ति ने ही बनाया है। प्रिंसिपल्स ने कहा कि एआई स्टूडेंट्स व टीचर्स के बीच के इमोशन के जुड़ाव को खत्म कर रहा है। स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को यह समझना होगा कि एआई सिर्फ काम को आसान बनाता है, न कि काम करता हैै ऐसे में बच्चों को इस पर निर्भर नहीं होने दें।

पेरेंट्स मीट होनी चाहिए
प्रिंसिपल्स ने कहा कि एक समय था कि स्टूडेंट्स टीचर्स का सम्मान करते थे। अब तक बच्चों की शिकायत पर पेरेंट्स स्कूल आ जाते हैं। पेरेंट्स को भी यह समझना होगा कि स्कूल हमेशा स्टूडेंट्स के हित में सोचता है। ऐसे में उन्हें बच्चों को ही समझाना चाहिए कि टीचर्स से अच्छा व्यवहार करें। पेरेंट्स और टीचर्स के बीच संवाद रहे, इसलिए पेरेंट्स मीट होते रहने चाहिए।