मेरठ (ब्यूरो)। आस्था के रंग, संकल्प की शक्ति और भोले की भक्ति। जी हां ऐसा ही कुछ नजारा दिनों कांवड़ मार्ग पर नजर आ रहा है। बाबा भी भक्ति की कांवडि़ए सैकड़ों की किमी की पद यात्रा के लिए निकल पड़े हैं। भोले बाबा के नाम का उच्चारण के इसी शक्ति के सहारे कांवड़ यात्री अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर कांवड़ के भी अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं।
हर रंग की कांवड़
दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर इन दिनों कांवड़ के भी कई रंग देखने का मिल रहे हैं। किसी ने राम मंदिर के मॉडल की कांवड़ सजाई है, तो किसी ने भोले बाबा के परिवार की। कांवड़ के हर रंग इन दिनों आस्था का परचम फहरा रहे हैं। मन में संकल्प और अपने आराध्य के दर्शनों की लालसा ही अब कांवडिय़ों का मुख्य लक्ष्य है।
एयरकंडीशन वाली कांवड़
मोदीपुरम हाइवे पर गुरुग्राम जा रही एसी वाली कांवड़ भी चर्चा का विषय बनी है। गुुरुग्राम के प्रहलाद सरपंच ने बताया कि वे और उनकी टीम पहली बार एसी वाली कांवड़ लेकर आ रहे हैं। प्रहलाद ने बताया कि गुरुग्राम के पास उनका गांव है। इस बार गांव के बच्चों ने कहाकि कांवड़ लेकर चलना है। बस हमारा प्लान बन गया। वैसे मेरा कंटेनर का काम है, इसलिए कांवड़ के रूप में हमने कंटेनर को तैयार किया। उसमें एसी और खाने पीने की सारी व्यवस्थाएं की गई। उन्होंने बताया कि कुल 40 लोगों की टीम उनके साथ चल रही है।
गांव का भला करें भोले बाबा
गुरुग्राम के ख्वासपुर बेरकी धाम जा रही एसी कांवड़ की खासी चर्चा हो रही है। दरअसल, भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए कंटेनर में कांवडिय़ों के रहने सोने और खाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही कई धार्मिक मॉडल भी साथ चल रहे हैं। यह पूरी कांवड़ प्रहलाद सरपंच के सानिध्य में चल रही है। प्रहलाद का कहना है कि वे गांव के सरपंच है इसलिए भोले बाबा से यही मांगा कि गांव के हर व्यक्ति का भला हो। उन्हें सुख और समृद्धि मिले। महेश और विपिन ने कहाकि समाज और परिवार में सब स्वस्थ रहे हमारी भी यही कामना है।
स्कूटी से चल पड़ी निशा
कांवड़ मार्ग पर स्कूटी पर सवार निशा अपनी बच्चों और मां के साथ जल लेकर जा रही है। उसने कहा कि बच्चों की इच्छा थी कि वे भी कांवड़ लेने चलेंगे तो सभी को स्कूटी में बैठाकर हरिद्वार जल लेने निकल पड़ी। निशा बताती हैं कि हम पांच लोग हैं, इसलिए स्कूटी से कुछ दूर की यात्रा तय करते हैं। बाबा से यही मन्नत मांगी है कि घर में सुख समृद्धि बनी रहे।