मेरठ (ब्यूरो). विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में जनपद में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान के साथ पिछले तीन विधानसभा चुनाव का रिकार्ड टूट गया। गुरुवार को सुबह सात से शुरु मतदान की कम रफ्तार के बाद दोपहर के समय मतदान बढऩा शुरु हुआ जो कि शाम छह बजे तक 65.39 प्रतिशत तक पहुंच गया। दोपहर बाद से बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लग गईं। जगह जगह हर आयु वर्ग के वोटर्स कतार में लगे दिखे। इस सुबह शुरुआत मं कुछ स्थानों पर ईवीएम को लेकर दिक्कतें आईं जिन्हें बाद में ठीक कर दिया गया। कुछ जगह वोटर्स के नाम लिस्ट से गायब होने और नाम मेें गलतियों के कारण वोट नही डाल पाए। इस कारण से कुछ केंद्रों पर जमकर हंगामा हुआ।
दिनभर हंगामों का चला दौर
सुबह ईवीएम खराबी और मतदान सूची में नाम गायब होने के साथ शुरु हुए हंगामे का दौर शाम तक जारी रहा। सुबह शास्त्रीनगर में ईवीएम खराब के बाद सदर में मतदाता सूची में नाम ना होने पर हंगामे की घटनाओं के साथ थी हापुड़ रोड पर देर से मशीन लगाए जाने पर सपा समर्थकों का हंगामा। खैरनगर में बूथ के अंदर जाने पर सपा के पोलिंग एजेंट को पुलिस ने हिरासत लेने पर हंगामा। सरधना के सलावा गांव में पीठासीन अधिकारी की पिटाई। शहर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी रंजन शर्मा व भाजपा प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा के समर्थकों में झड़प और मारपीट के साथ शाम के समय सपा प्रत्याशी आदिल चौधरी पर हमले जैसे मामलों में हंगामे से शहर का पारा गर्म रहा।
फैक्ट्स
- 7 विधानसभा सीटों के 80 प्रत्याशियों के लिए हुआ मतदान
- जनपद में 26,25,849 कुल मतदाताओं में से 66 प्रतिशत ने किया मतदान
- 1172 मतदान केंद्रों पर हुआ सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान
- जिले में 7 पिंक, 7 दिव्यांग और 7 मॉडल बूथ पर वोटिंग हुई
- 1540 बूथों पर हुई वेबकास्टिंग
- मतदाताओं में 1428672 पुरुष, 11,96,954 महिलाएं और 218 थर्ड जेंडर शामिल