-आंध्र प्रदेश पुलिस ने किया था व्यापारी को गिरफ्तार
-आंध्र के व्यापारी से खरीदा था एक करोड़ 46 लाख का माल
-50 लाख रुपए देने में चल रही थी आना-कानी
Meerut: व्यापारियों के सामने सोमवार को टीपीनगर की पुलिस घुटने टेकती नजर आई। भाजपाइयों व व्यापारियों ने थाने में हंगामा कर 420 के आरोपी व्यापारी को जबरन पुलिस से छुड़ा लिया। इस दौरान पुलिस व व्यापारियों की तीखी नोक-झोंक भी हुई। व्यापारियों का तर्क था कि कोई बीच का आदमी पैसे हजम कर गया है। संबंधित व्यापारी का 50 लाख रुपए से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि आंध्र पुलिस ने व्यापारी के खिलाफ 420 सहित तीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया हुआ है।
क्या है माजरा
टीपीनगर थाना क्षेत्र की नई मंडी स्थित बनवारी लाल ओमप्रकाश फर्म का आंध्र प्रदेश की करनोल जनपद स्थित फर्म कृष्णा सहाय ट्रेडर्स के साथ काफी समय से लेन-देन होता रहा है। बताया गया कि 21 मार्च 2015 को कृष्ण सहाय ट्रेडर्स फर्म के संचालक सुधीर ने बनवारी लाल ओम प्रकाश फर्म के संचालक वेद प्रकाश सिंघल को 26 कंटेनर ज्वार के बेचे थे। जिनका एमाउंट एक करोड 46 लाख रुपए बैठता है।
96 लाख का कर दिया पेमेंट
सुधीर ने बताया कि 96 लाख रुपए का पैमेंट तो वेद प्रकाश सिंघल ने कर दिया। जबकि 50 लाख रुपए अभी बकाया हैं। आरोप है कि पिछले एक साल में उसने 20 चक्कर मेरठ के काट लिए। लेकिन वेदप्रकाश सिंघल टाइम पर टाइम देते रहे। जब उन्होने पैसे देने से मना कर दिया तो उन्होने करनोल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। केस के आईओ जीएन शंकर ने बताया कि जांच के बाद आरोपी के खिलाफ 420, 416, 418 धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। जिसके चलते आज आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
थाने में लगा हुजूम
वेद प्रकाश ंिसंघल की गिरफ्तारी की खबर शहर में आग की तरह फैल गई। शहर विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल, क्षेत्रीय मंत्री कमल दत्त शर्मा सहित दर्जनों भाजपाई थाने में पहुंच गए और जबरन वेदप्रकाश सिंघल को छुड़ा लिया।
हुई नोक-झोंक
सूचना मिलने पर क्षेत्री सीओ रफीक अहमद मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की पड़ताल की। इस दौरान टीपीनगर थाना अध्यक्ष प्रशांत कुमार व भाजपा नेताओं की जमकर नोक-झोंक हुई। हालाकि भाजपाईयों उग्र तेवर देख पुलिस घुटने टेकती नजर आई।
वर्जन
संबंधित व्यापारी के खिलाफ आंध्रप्रदेश के जनपद करनोल में 420 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। जिसके चलते व्यापारी को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन जांच में सामने आया है कि आंध्र पुलिस के पास प्रॉपर एवीडेंस नहीं हैं। उनके पास एनबीडब्ल्यू सहित आमद भी ठीक नहीं थी। जिसके चलते व्यापारी को छोड़ा गया है।
-रफीक अहमद, सीओ, ब्रह्मापुरी सर्किल, मेरठ