मेरठ (ब्यूरो)। यूपी उघोग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष विपुल सिंघल के नेतृत्व में व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पहुंचा और मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ओंकार शुक्ल से मुलाकात की। इस दौरान सभी व्यापारियों का कहना था कि कुछ पब्लिक स्कूल इंग्लिश मीडियम का सहारा लेकर उूर्द की पढ़ाई करवा रहे हैं, जो हिंदू संस्कृति को खत्म करने का प्रयास है। उनका कहना था कि ऐसे स्कूलों द्वारा हैदराबाद के पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित इंग्लिश की बुक्स भी लगाई गई हंै। जिस बुक में पहले ही चैप्टर में अम्मी और अब्बू जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है और भावार्थ में स्पष्ट दर्शाया गया है कि अम्मी अब्बू को मदर फादर कहते हैं। जो कि गलत है।
तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगे
व्यापारियों का कहना था कि मदर और फादर को अभी तक माता पिता ही पढ़ाया गया है, उन्हीं शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए। इंग्लिश की बुक में अम्मी व अब्बू का प्रयोग सर्वदा अनुचित व दुर्भाग्यपूर्ण है। स्कूलों की गलत नीति के तहत उत्तर भारत के किसी भी पब्लिशर की किताब ना लगाते हुए हैदराबाद के एक विशेष वर्ग की संस्कृति को मेरठ में फैलाने के उद्देश्य से इस किताब को पाठ्यक्रम में लगाया गया है। गुलमोहर टू पुस्तक न केवल एक स्कूल में लगाई गई बल्कि आईसीएससी माध्यम के इंग्लिश स्कूलों में यह किताब अधिकांश स्कूल में लगी है। यह एक गंभीर विषय है तथा धार्मिक मान्यताओं पर घोर प्रहार है। अभी शैक्षिक वर्ष का आरंभ मात्र है और त्वरित कार्रवाई कर ऐसी धर्म विरोधी पर सोच को विराम लगाया जा सकता है और बच्चों के शैक्षिक यात्रा में कोई अवरोध भी नहीं होगा।
इस मामले की समयबद्ध जांच हो
उन्होंने कहा कि इस मामले की समयबद्ध जांच कराकर सही पाए जाने पर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को भी अवगत कराते हुए ओरियंट ब्लैक स्वान हैदराबाद द्वारा प्रकाशित गुलमोहर टू पुस्तक को तत्काल प्रभाव से प्रदेश में प्रतिबंधित किया जाए। साथ ही प्रदेश के स्कूल को हिदायत दें कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर मौके पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष विपुल सिंघल, जिला महामंत्री नवीन अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष सुशील रस्तोगी, जिला उपाध्यक्ष ललित गोयल, महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, मंत्री प्रखर गोयल, अभिषेक शर्मा आदि मौजूद रहे।