मेरठ (ब्यूरो)। शहर बेशक राज्य स्मार्ट सिटी मिशन योजना में शामिल हो गया हैनगर निगम के पास शहर को स्मार्ट बनाने वाली योजनाओं की कोई कमी भी नहीं हैअगर कुछ कमी है तो वह है प्लान के इंपलिमेंटेशन की। दरअसल, पांच साल पहले 2019 में राज्य स्मार्ट सिटी मिशन योजना में शामिल होने के बाद भी मात्र एक आईटीएमएस योजना ही मेरठ के चौराहों पर परवान चढ़ सकी है। इतना ही नहीं, स्मार्ट सिटी के लिए मिले बजट का मात्र 18.69 प्रतिशत ही अब तक खर्च कर पाए हैं। जबकि स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट रोड, मल्टी लेवल पार्किंग जैसी अहम योजनाएं पांच साल बाद भी अधर में अटकी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसा तब हुआ, जब अधिकतर योजनाओं के लिए शासन स्तर से स्वीकृत भी मिल चुकी है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत ये होने थे काम
आईटीएमएस
जोनल कार्यालय
स्मार्ट स्कूल
स्मार्ट रोड
हेल्थ एटीएम
मल्टी लेवल कार पार्किंग
सीनियर केयर सेंटर
सूर्य नमस्कार के स्टैच्यू
जरा समझ लें
साल 2019 में राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शामिल हुआ था मेरठ।
योजना के तहत पहले साल 50 करोड़ रुपए की किस्त हुई थी जारी।
पांच साल में किए जाने थे 250 करोड़ रुपए के विकास कार्य।
अब तक 9्र0.72 करोड़ रुपये कुल छह परियोजनाओं के लिए हुए मंजूर।
पांच योजनाओं के लिए 45.95 करोड़ रुपये का बजट हुआ था जारी मगर बजट में से अब तक केवल एक आईटीएमएस योजना पर करीब 16.96 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
अब तक कुल 18.69 प्रतिशत बजट हुआ खर्च और 16.66 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है।
स्मार्ट सिटी की योजनाओं के लिए बजट का ब्योरा
मल्टी लेवल कार पार्किंग का कुल बजट 45.99 करोड़।
मल्टी लेवल कार पार्किंग के लिए अब तक मिला पैसा 11.49 करोड़ रुपए।
हेल्थ एटीएम लगाने के लिए शासन से मिले 1.47 करोड़ रुपए।
10 स्थानों पर लगाए जाने हैं बेसिक हेल्थ एटीएम।
निगम का जोनल कार्यालय बनाने के लिए शासन से मिले 4.96 करोड़ रुपए।
12 स्थानों पर सूर्य नमस्कार के स्टेच्यू।
सूर्य नमस्कार के स्टेचू लगाने को शासन से मिले 24 लाख रुपए।
सीनियर केयर सेंटर
ये है आईटीएमएस की स्थिति
38.05 करोड़ रुपए के बजट से आइटीएमएस का काम हुआ था शुरू।
अभी तक योजना के लिए मिली 28.03 करोड़ रुपए, इसमें से अभी तक 16.96 करोड़ हुए खर्च।
9 चौराहों पर आइटीएमएस के तहत ट्रैफिक पर निगरानी।
स्मार्ट सिटी की हालत देखनी है तो खैरनगर, वैली बाजार, सर्राफा बाजार आकर हालत देखें। बरसात में नदियां बहती हैं दिनभर जाम रहता है।
घनश्याम मित्तल
मल्टी लेवल पार्किंग ही शुरू हो जाए तो बाजारों से जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाए। मगर ऐसा होता दिखता नहीं।
अनुज सिंघल
स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर में कुछ दिखाई नहीं देता है। चौराहों पर आईटीएमएस लगा दिए गए लेकिन सड़कों के गड्ढे भर देते।
राजीव बंसल
राज्य स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत आईटीएमएस का काम लगभग पूरा हो चुका है। मल्टी लेवल पार्किंग का काम जल्द शुरू किया जाएगा। इसके अलावा पांच परियोजनाएं स्वीकृति की गई हैं, जिनकी योजना तैयार है जल्द काम शुरू किया जाएगा।
अमित शर्मा, अधिशासी अभियंता, नगर निगम