-यूपी समेत चार राज्यों में फैला था गल्ला का कारोबार
- हाजी गल्ला से पूछताछ में क्राइम ब्रांच को हाथ लगे कई सुराग
-गुंडा एक्ट से लेकर तमाम धाराओं में गल्ला के खिलाफ दर्ज 15 मुकदमे
Meerut: पिछले क्ख् सालों से मेरठ समेत वेस्ट यूपी की पुलिस के लिए सिर का दर्द बना सोतीगंज किंग हाजी गल्ला आखिरकार कानून की गिरफ्त में आ गया। डीआईजी के निर्देशों पर गठित क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम को गिरफ्तारी के बाद गल्ला से ओर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
चार राज्यों में फैला था गल्ला का कारोबार
पुलिस लाइन स्थित कांफ्रेसिंग हॉल में मीडिया को संबोधित कर रहे एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि अपराध निरोधक अभियान के अंतर्गत एसपी सिटी ओमप्रकाश व सीओ क्राइम मनीष मिश्रा की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार देर रात हाजी गल्ला को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि नईम उर्फ हाजी गल्ला का यह गाड़ी कटान का अवैध कारोबार मेरठ ही नहीं बल्कि यूपी समेत हरियाणा, राजस्थान समेत चार राज्यों से जुड़ा है।
हाथ आया गल्ला
एसएसपी ने बताया कि हाजी गल्ला पिछले बारह सालों से पुलिस को लिए चुनौती बना हुआ था। इन बारह सालों में गल्ला के खिलाफ विभिन्न थानों में गुंडा एक्ट समेत हत्या का प्रयास व मारपीट जैसे पंद्रह मुकदमें दर्ज हैं। एसएसपी की मानें तो हाजी गल्ला के गुर्गे आस-पास के राज्यों में रहकर वहां से चोरी की गाडि़यां सप्लाई करते थे, जिनको सोतीगंज स्थिति काट दिया जाता था।
तीन तरीकों की गाडि़यों का होता था कटान
मीडिया से बातचीत में कप्तान ने बताया कि हाजी गल्ला की टीम गाडि़यों को तीन तरीके से चुराती और काटती थी। पहला तो गल्ला चुराई गई गाडि़यों को सोतीगंज स्थित अपने गोदाम में अपने रिश्तेदारों की मदद से काटता था, दूसरा गल्ला नीलामी की गाडि़यों को छुड़ाकर उनका कटान करता था व तीसरा इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए यह सोतीगंज किंग गाड़ी मालिक से मिलकर गाड़ी काटता था, जिसके बाद गाड़ी मालिक बाहरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर इंश्योरेंस का लाभ ले लेता था।
पूछताछ में सामने आए दो दर्जन लोगों के नाम
एसएसपी ने बताया कि हाजी गल्ला से की गई पूछताछ में दो दर्जन से अधिक वाहन चोरों के नाम सामने आए हैं। पुलिस अभी पूछताछ कर रही है। दो दिन के भीतर सबको गिरफ्तार लिया जाएगा। इस दौरान एसपी देहात कैप्टन एमएम बेग, एसपी सिटी ओमप्रकाश, सीओ सदर देहात शिवराज सिंह आदि लोग मौजूद रहे।