- स्क्रीनिंग कमेटी की अनुशंसा पर की गई कार्रवाई

फैक्ट फाइल

- 02 सौ से अधिक कर्मी दो साल में जबरन रिटायर

- 04 सौ से अधिक का संस्पेंशन व डिमोशन

LUCKNOW: पीएफ घोटाले को लेकर मचे हंगामे के बीच योगी सरकार ने करप्शन पर एक और वार करते हुए यूपी पुलिस के सात करप्ट डिप्टी एसपी को जबरन रिटायर कर दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर डीजीपी ने इन सभी पीपीएस ऑफिसर्स को रिटायर करने के आदेश दे दिये हैं। इन सभी अफसरों पर यह कार्रवाई स्क्रीनिंग कमेटी की अनुशंसा पर की गई है। उल्लेखनीय है कि बीते दो साल में करप्शन या अन्य मामलों में दोषी पाए जाने पर 600 से ज्यादा अफसरों व कर्मचारियों को जबरन रिटायर, सस्पेंशन व दंडात्मक कार्रवाई की जा चुकी है।

सभी अफसरों की उम्र 50 से ज्यादा

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सरकार ने करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सात पीपीएस अफसरों को जबरन रिटायर करने का आदेश दिया है। इन सभी अधिकारियों की उम्र 50 वर्ष से अधिक और उन पर करप्शन के आरोप हैं। जिन अफसरों को जबरन रिटायर किया गया है, उनमें 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा के सहायक सेनानायक अरुण कुमार, आगरा में तैनात डीएसपी नरेंद्र सिंह राणा, 33वीं वाहिनी पीएसी झांसी के सहायक सेनानायक रतन कुमार यादव, 27वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर के सहायक सेनानायक तेजवीर सिंह यादव, मुरादाबाद के मंडलाधिकारी संतोष कुमार सिंह, 30वीं वाहिनी पीएसी गोंडा के सहायक सेनानायक तनवीर अहमद खां शामिल हैं।

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इन विभागों में भी हो चुकी है कार्रवाई

ऊर्जा : 169

गृह : 51

परिवहन : 37

राजस्व : 36

बेसिक शिक्षा : 26

पंचायती : 25

पीडब्लूडी : 18

श्रम विभाग : 16

संस्थागत वित्त : 16

ग्राम्य विकास : 15

वन विभाग : 11 अफसरों

नोट : कर्मचारी जबरन रिटायर, सस्पेंड या डिमोशन

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अफसरों पर अब तक दंडात्मक कार्यवाही का ब्योरा

नाम कार्यवाही

अरुण कुमार 1 वृहद दंड, 4 लघु दंड, एक वर्ष की सत्यनिष्ठा अप्रमाणित

विनोद कुमार राना 1 अर्थ दंड व 2 लघु दंड

नरेंद्र सिंह राना 5 लघु दंड

रतन कुमार यादव 3 लघु दंड और 1 अर्थ दंड

तेजवीर सिंह यादव 4 अर्थदंड, 2 अर्थ दंड

संतोष कुमार सिंह 7 लघु दंड, 1 वृहद दंड

तनवीर अहमद खां 3 परिनिंदा (एक परिनिंदा कोर्ट के आदेश पर स्थगित)