- डीएम और उनका पूरा परिवार कोरोना से हो गया था संक्रमित

- किसी ने हिम्मत नहीं हारी और पांच कदमों को फॉलो कर कोरोना को दी मात

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LUCKNOW: मैं और मेरा पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित हो गया था, जिस दिन हमारी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उसी दिन से ही हमने तय कर लिया था कि कोरोना से हर हाल में जंग जीतनी है। हमने बस पांच कदम अपनाए और अंतत: बेहद आसानी से कोरोना को हरा दिया। अब हम सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। यह शब्द हैं डीएम अभिषेक प्रकाश के। हाल में ही इनका पूरा परिवार कोरोना संक्रमित हो गया था और अब परिवार के सभी सदस्य बिल्कुल स्वस्थ हैं। डीएम ने तो फिर से ड्यूटी ज्वॉइन करते हुए कोरोना के खिलाफ अपनी जंग और तेज कर दी है।

हम सबने धैर्य बनाए रखा

डीएम अभिषेक प्रकाश का कहना है कि कोविड पॉजिटिव होने के बाद हम सभी ने धैर्य बनाए रखा और डॉक्टर्स द्वारा दी गई दवाओं को टाइम से लिया। इसके साथ ही दिन में दो से तीन बार भाप ली। साथ ही गर्म पानी का सेवन किया। रात में सोते वक्त गरारा करना नहीं भूले। हमें पता था कि यही कदम हमें कोरोना से जीत दिलाएंगे और ऐसा हुआ भी।

सुबह प्राणायाम भी किया

डीएम की मानें तो कोविड पॉजिटिव होने के बाद रोजाना सुबह प्राणायाम किया। इसके साथ ही अनुशासित दिनचर्या का पालन किया। कोविड पेशेंट के लिए भरपूर नींद बहुत जरूरी होती है। ऐसे में सुबह जल्दी उठना और रात में टाइम से सोना दिनचर्या का प्रमुख हिस्सा रहा।

ये पांच कदम बने मददगार

डीएम ने बताया कि उन्होंने और उनके परिवार के सभी सदस्यों ने यही पांच कदम अपनाकर कोरोना को मात दी है। डीएम की अपील है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद उक्त पांच कदम जरूर अपनाएं, सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

1.प्राणायाम

2.पौष्टिक भोजन और अनुशासित दिनचर्या

3.डॉक्टर द्वारा बताई गई मेडिसिन समय से लेना

4.दो से तीन बार काढ़ा और स्टीम, गर्म पानी का सेवन और गरारा

5.टाइमली टेंप्रेचर और ऑक्सीजन लेवल की जांच

स्वस्थ होने के बाद भी कोई बदलाव नहीं

डीएम और उनका परिवार अब पूरी तरह से स्वस्थ है। डीएम का कहना है कि भले ही अब हम कोरोना संक्रमित नहीं हैं, लेकिन सभी उन्हीं पांच कदमों को रेगुलर फॉलो कर रहे हैं, जिन्होंने कोरोना को मात देने में खासी सक्रिय भूमिका अदा की। जरूरी मेडिसिन को टाइम से लेने के साथ ही अनुशासित दिनचर्या का पालन कर रहे हैं और तले भुने खाने के स्थान पर पौष्टिक भोजन का ही सेवन कर रहे हैं।

खाली समय में स्टडी की

डीएम ने यह भी बताया कि खाली समय में उन्होंने अलग.अलग विषयों से जुड़ी कई किताबों की स्टडी की। कोविड संक्रमण काल के दौरान उन्होंने टीवी से दूरी बनाए रखी। उनका मानना है कि अगर आप रीडिंग की हैबिट डालते हैं तो आपका ध्यान बीमारी से हटेगा, जो बेहद जरूरी है।

ताकि हर कोई सेफ रहे

डीएम अभिषेक तो नियमित रूप से लोगों को कोरोना से बचाव संबंधी जानकारी दे ही रहे हैं। वहीं कोरोना से पीडि़त होकर स्वस्थ हो चुके उनके पिता डॉ। ओमप्रकाश, माता विभा, पत्‍‌नी विजया लक्ष्मी और छोटा भाई वैभव प्रकाश भी लोगों को कोरोना से बचाने के लिए प्रयासरत हैं। वे भले ही डीएम की तरह फील्ड में न हों, लेकिन किसी न किसी माध्यम से अपने से जुड़े लोगों को कोरोना से बचने संबंधी टिप्स दे रहे हैं।