लखनऊ (ब्यूरो)। हजरत इमाम हुसैन अ.स। की शहादत का गम बुधवार को पूरी दुनिया में मनाया गया। पुराने लखनऊ में हजरत इमाम हुसैन की याद मे यौमे आशूर का जुलूस गमजदा माहौल में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच 'या हुसैन, या हुसैन' की सदाओं के बीच निकाला गया। जुलूस से पहले सुबह 10 बजे नाजिम साहब के इमामबाड़ा में मौलाना फरीदुल हसन ने मजलिस पड़ी। जिसमें उन्होंने कर्बला का खौफनाक मंजर बयान किया तो गमजदा अजादार अपने आपको रोने से रोक नही पाए और इमाम हुसैन को याद कर रो रहे थे।

गमजदा माहौल में निकाला जुलूस

मजलिस के बाद नाजिम साहब के इमामबाड़ा से यौमे आशूर का जुलूस शुरू हुआ। तो जुलूस मे शामिल मातमी अंजुमनों ने कमा और छुरिया का मातम कर इमाम हुसैन की याद में अपने आपको लहुलुहान कर लिया। जुलूस मे शामिल मातमी अन्जुमनो के हजारों लोग मातम करते हुए या हुसैन के नारे लगाते हुए कर्बला तालकटोरा की तरफ बढ़ रहे थे। वहीं, यह मंजर देखकर काले लिबास पहने महिलाओं की आंखों से आंसू निकल पड़े और वे सदायें देनी लगीं। जुलूस नाजिम साहब के इमामबाड़ा से शुरू होकर अकबरी गेट, नक्खास, बिल्लौचपुरा, विक्टोरिया स्ट्रीट, बाजार खाला, हैदरगंज और बुलाकी अड्डा होता हुआ अपने निर्धारित समय पर कर्बला तालकटोरा पर पहुंचकर शांतिपूर्ण माहौल मे संपन्न हो गया।

घरों से ताजिए लेकर निकले

इमाम हुसैन के चाहने वाले रात भर मातम करते रहे। सुबह होते ही अपने-अपने घरों से अजादारों ने ताजिए निकाल कर उन्हें नम आखों से सुपुर्द-ए-खाक किया। वहीं, जुलूस के दौरान अंजुमन ने नैयरुल इस्लाम ने भी नोहा पड़ा जुलूस में शामिल मातमी अंजुमने इमाम हुसैन और उनके साथ कर्बला के मैदान मे शहीद हुए उनके 71 साथियों का गम मनाते हुए कर्बला ताल कटोरा तक नंगे पैर गए और नम आखों के साथ ताजिये को सुपुर्द-ए-खाक किया।

कड़ी सुरक्षा का रहा पहला

जुलूस से पहले पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर ने सुरक्षा के चाक चौबंध प्रबंध कर लिए थे। जहां जुलूस के रास्ते चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा था। जमीन से लेकर आसमान तक कैमरों के माध्यम से जुलूस की निगरानी जारी रही। जुलूस के रास्ते मे सीसीटीवी कैमरा टीम पूरी तरह से मुसतैद रही और आसमान से ड्रोन कैमरा भी जुलूस की निगरानी करता रहा।

सिविल डिफेंस लखनऊ रहा मुस्तैद

उपनियंत्रक अनिता प्रताप के आदेशानुसार और चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा की देखरेख में सिविल डिफेंस लखनऊ के स्वयंसेवकों ने अपनी उपस्थिति से जुलूस को शांतिपूर्ण संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाई। लखनऊ सिविल डिफेंस के सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने बताया कि चौक प्रखंड के डिविजनल वार्डन सुनील कुमार शुक्ला के नेतृत्व में सैकड़ों वॉर्डनों ने विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित इमामबाड़ा नाजिम साहेब से निकाले गए यौम-ए-आशूर में आगे आगे रहकर सुरक्षा प्रदान किया, साथ में पुलिस प्रशासन भी उपस्थित रहा। इस दौरान सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर सुमित मौर्य, मनोज वर्मा, ऋषि कुमार, मुकेश कुमार आदि उपस्थित रहे।