लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिए गए हैैं। कार्यकारिणी से प्रस्ताव पास होने के बाद इस दिशा में कार्ययोजना बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। खास बात यह है कि इसके लिए अमृत योजना व अन्य मदों के अंतर्गत बजट की भी व्यवस्था की जा चुकी है। दो सप्ताह के अंदर कार्ययोजना को पूरी तरह से तैयार भी कर लिया जाएगा फिर इसके आधार पर कदम उठाए जाएंगे।

विस्तारित एरियाज पर फोकस

निगम प्रशासन की ओर से विस्तारित एरियाज में पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में विशेष फोकस किया गया है। जो कार्ययोजना बनाई जा रही है तथा अमृत योजना के अंतर्गत जो प्लान बन रहा है, उसमें साफ है कि नए इलाकों में नई पेयजल लाइन बिछाई जाएगी साथ ही हर घर को पेयजल कनेक्शन से भी जोड़ा जाएगा। जिससे नए एरियाज के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके। इसके साथ ही जो भी वहां पर प्राकृतिक जलस्त्रोत हैैं, उन्हें भी रिफॉर्म किया जाएगा।

दूषित जलापूर्ति नहीं होगी

निगम प्रशासन की ओर से दूषित जलापूर्ति पर भी ध्यान दिया गया है। हाल में ही चौक, मनकामेश्वर समेत अन्य वार्डों के पार्षदों की ओर से दूषित जलापूर्ति या जलापूर्ति न होने संबंधी कंपलेन दर्ज कराई गई थी। जिसे महापौर ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैैं कि सबसे पहले तो ऐसे एरिया चिन्हित कर लिए जाएं, जहां दूषित जलापूर्ति हो रही है। उसके कारणों का पता लगाते हुए समाधान किया जाए। जिससे लोगों को साफ पानी मिले और संक्रामक बीमारियां न फैलें। उन्होंने बकायदा इस मामले में रिपोर्ट भी तलब की है।

कार्ययोजना के मुख्य बिंदु

1-नए एरियाज में पेयजल लाइन

2-हर घर को पेयजल कनेक्शन

3-दूषित जलापूर्ति पर वार

4-सीवर और पेयजल लाइन को अलग करना

5-पुराने पेयजल लाइन को रिप्लेस किया जाना

6-नई पानी की टंकियों का निर्माण

कई इलाकों में ये भी मुसीबत

राजधानी में चौक, लालकुआं समेत कई इलाके ऐसे हैैं, जहां पर सीवर और पेयजल लाइन ऊपर नीचे पड़ी हुई है। इसकी वजह से भी लोगों को दूषित जलापूर्ति का सामना करना पड़ता है। वहीं कई इलाके ऐसे हैैं, जहां नई पेयजल लाइन बिछाई जानी है और इस बाबत प्रोजेक्ट भी पहले बन चुका है लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। इसकी वजह से संबंधित एरिया की जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।

नई टंकियों की भी जरूरत

राजधानी की आबादी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नई पेयजल टंकियों की भी जरूरत है। दरअसल, अभी जो पानी की टंकियां हैैं, अब आबादी की मांग के अनुसार उनकी क्षमता कम है। ऐसे में अधिक क्षमता वाली नई पानी की टंकियों का भी निर्माण कराया जाएगा। इस बिंदु को अमृत योजना में शामिल कर लिया गया है और विस्तारित एरियाज में भी कई प्वाइंट्स चिन्हित किए जा रहे हैैं, जहां पर नई पानी की टंकियों का निर्माण कराया जाएगा। विस्तारित एरियाज में खराब पड़े हैैंडपंप व सबमर्सिबल भी सुधरवाए जाएंगे, जिससे पानी संकट न हो।

इस तरह बजट

05 हजार करोड़ से अधिक का बजट अमृत योजना

50 करोड़ से अधिक नगर निगम खुद करेगा खर्च

110 वार्डों को मिलेगा योजना का लाभ

हमारा प्रयास यही है कि हर व्यक्ति को शुद्ध और भरपूर पेयजल मिले। इसके साथ ही सभी घर पेयजल कनेक्शन से जुड़े हों, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। इस संबंध में कार्ययोजना तैयार हो रही है, जनता को इसका लाभ मिलेगा।

सुषमा खर्कवाल, महापौर