लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ घरों में वॉटर मीटर लगाने की तैयारी और दूसरी तरफ विस्तारित एरियाज में शामिल मकानों तक पानी पहुंचाने की कवायद। दोनों ही बिंदुओं पर कार्ययोजना तैयार हो गई है और इसे जल्द ही इंप्लीमेंट करने की कवायद की जाएगी। इसका फायदा सीधे जनता को मिलेगा।
पहले भी हुई थी तैयारी
पहले भी वॉटर मीटर लगाने की तैयारी हुई थी लेकिन यह योजना रफ्तार नहीं पकड़ सकी थी। इसके बाद अब फिर से वॉटर मीटर लगाए जाने संबंधी कांसेप्ट लाया गया है। एक तरफ जल निगम की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गोमतीनगर के अंतर्गत वास्तुखंड को वॉटर मीटर लगाने के लिए चिन्हित किया गया है। जलनिगम के वॉटर प्रोजेक्ट अधिकारी महेश गौतम ने बताया कि इस एरिया में एक हजार घरों में वॉटर मीटर लगेंगे। वहीं दूसरी तरफ, अमृत योजना के अंतर्गत भी विस्तारित एरियाज समेत सभी पुराने एरियाज में वॉटर मीटर लगाने की तैयारी हो रही है। कुल मिलाकर प्रयास यही है कि सभी घरों में वॉटर मीटर लगा दिए जाएं। जिससे पानी की खपत कंट्रोल में आ सके साथ ही पब्लिक भी पानी खपत को लेकर जागरूक हो सके।
ये होगा फायदा
1-पानी की खपत की गणना
2-पानी की बर्बादी पर रोक
3-एरियावाइज पानी सप्लाई पर नजर
विस्तारित एरियाज में भी सप्लाई
नगर निगम की ओर से भी विस्तारित एरियाज में पेयजल कनेक्टिविटी बेहतर करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैैं। अमृत योजना 2.0 के तहत इन नए इलाकों को पेयजल सप्लाई से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इसको लेकर कार्ययोजना तैयार हो रही है। दरअसल, जो नए इलाके निगम में शामिल हुए हैैं, उनमें अधिकांश में पेयजल की ठोस व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही नगर निगम की ओर से नए एरियाज को अमृत योजना में लिया गया है।
तैयार होगी बिलिंग व्यवस्था
पानी के मीटर लग जाने के साथ ही बिलिंग व्यवस्था को लेकर भी मंथन शुरू हो गया है। यह देखा जा रहा है कि मीटर लगने के बाद किस तरह से पब्लिक तक पानी का बिल पहुंचेगा। कई बिंदुओं पर विचार विमर्श के बाद ही इस दिशा में निर्णय लिया जाएगा।
पुराने एरियाज में नई पेयजल लाइन
निगम की ओर से एक और बड़ा कदम उठाने की तैयारी की जा रही है। ये कदम पुराने एरियाज में नई पेयजल लाइन से जुड़ा हुआ है। निगम की ओर से ऐसे वार्ड चिन्हित कर लिए गए हैैं, जहां पर सालों पुरानी पेयजल लाइन बिछी हुई है। यहां पर नई पेयजल लाइन बिछाई जाएगी। जिसका सीधा फायदा पब्लिक को यह होगा कि एक तो उन्हें पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा, वहीं दूसरी तरफ हर किसी को शुद्ध जल मिल सकेगा। पुरानी पेयजल लाइन टूटने के कारण लोगों को दूषित जलापूर्ति का सामना करना पड़ता था।
डीजे आईनेक्स्ट ने भी चलाया था अभियान
डीजे आईनेक्स्ट की ओर से भी पेयजल संरक्षण को लेकर अभियान चलाया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भी यही था कि लोगों को भरपूर पानी मिले साथ ही लोगों के अंदर पानी बचाने को लेकर जागरूकता आए।
नए एरियाज के साथ-साथ पुराने एरियाज में भी नई पेयजल लाइन बिछाए जाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। अमृत 2.0 के अंतर्गत पेयजल संबंधी प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलेगी। हमारा प्रयास यही है कि हर किसी को शुद्ध जल मिल सके।
इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त