लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था तो कुछ बेहतर कर ली गई है, लेकिन अब कई इलाकों में रोड स्वीपिंग को लेकर कंफ्यूजन सामने आ रहा है। प्रॉपर रोड स्वीपिंग न होने से जनता परेशान है। इसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम की ओर से अब मैकेनिकल स्वीपिंग संबंधी प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के इंप्लीमेंट होने के बाद सभी इलाकों में मशीनों से ही रोड स्वीपिंग का कार्य कराया जाएगा।

पब्लिक के मन में सवाल

नगर निगम की ओर से हाल में ही नई कंपनी को डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी के साथ हुए अनुबंध में साफ है कि उनके द्वारा रोड स्वीपिंग का कार्य नहीं किया जाएगा, जबकि कई भवन स्वामियों की ओर से कंपनी के कर्मचारियों से रोड स्वीपिंग को लेकर बहस की जाती है। नगर निगम की ओर से रोड स्वीपिंग के लिए अपने कर्मचारी लगाए हैैं। इसके बावजूद प्रॉपर सफाई नहीं हो पा रही है।

नालियों में जा रहा वेस्ट

निगम प्रशासन के संज्ञान में यह भी मामला आया है कि कई सफाई कर्मियों की ओर से मैनुअल रोड स्वीपिंग के बाद वेस्ट को नालियों में डाल दिया जाता है। जिसकी वजह से नालियां चोक हो रही हैैं और जब बारिश होती है तो जलभराव की समस्या सामने आती है। कई बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है।

अब ये है तैयारी

नगर निगम की ओर से अब रोड स्वीपिंग की पूरी व्यवस्था को मशीन बेस्ड करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जोनवार प्लान बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस व्यवस्था को अभी तक प्रमुख मार्गों और मार्केट एरिया में एप्लाई किया गया था लेकिन अब आवासीय एरिया में भी इस कांसेप्ट को लाने की तैयारी हो रही है। जिससे राजधानी के सभी वार्डों की गलियां स्वच्छ नजर आएं।

नई मशीनें लाई जाएंगी

मैकेनिकल व्यवस्था को इंप्लीमेंट करने के लिए रोड स्वीपिंग से जुड़ी नई मशीनें मंगाई जाएंगी। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बजट के साथ तैयार कराई जा रही है। इसमें देखा जा रहा है कि व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कितना खर्च होगा। हालांकि, इस व्यवस्था के लागू होने से पब्लिक को भी खासा फायदा मिलेगा।