लखनऊ (ब्यूरो)। मिलेट्स तो हेल्थ के लिए अच्छा है ही, लेकिन अब मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स को और हेल्दी बनाने के लिए नए-नए भी प्रयोग हो रहे हैं। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के मौके पर लगी राज्य स्तरीय श्री अन्न प्रदर्शनी में स्टार्टअप और किसानों ने अपने अपने प्रोडक्ट्स को शोकेस किया। इस दौरान मिलेट्स जैसे रागी, कोदो, सांवा के अलावा अन्य मिलेट्स प्रोडक्ट के गुड़ व गन्ने के रस से बने पौष्टिक प्रोडक्ट्स के स्टॉल भी लगाए, जिन्हें दर्शकों ने हाथों हाथ लिया।
जौ और ज्वार के बिस्किट
लखनऊ के अलीगंज निवासी लता बंसल ने अपने स्टॉल में मिलेट्स से बनी कई चीजों को शोकेस किया। उन्होंने जौ का बिस्किट, ज्वार का बिस्किट, बाजरा के बिस्किट, ज्वार बाजरा लड्डू, मिलेट्स ड्राई फ्रूट कुकी बनाई है। लता ने बताया कि उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स में शक्कर का इस्तेमाल न करके देसी घी के साथ गुड़ का इस्तेमाल किया है। उनका काकून का आटा और उसके प्रोडक्ट्स को लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
रागी अप्पे, मिलेट्स पकौड़ी और लेमन बाजरा को सराहा
आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के पीएचडी स्कॉलर्स मिलेट्स के फ्रेश व ड्राईर् दोनों ही फूड आइटम्स बना रहे हैं। फ्रेश फूड में जहां रागी अप्पे, मिलेट्स पकौड़ी, लेमन बाजरा, बाजरे का हलवा, रागी उत्पम, ज्वार का हलवा, मिक्स्ड मिलेट्स की खीर, सांवा पुडिंग, ज्वार चीला और मिलेट्स पकौड़ी बनाई। वहीं, ड्राई फूड में बारह अनाज दलिया, क्रिस्पी सांवा स्टिक्स, बाजरा लड्डू, सांवा का लठ्ठा बनाया। पीएचडी स्कॉलर जीनत अमान ने बताया कि विवि में फूड एंड न्यूट्रीशन विभाग में स्टूडेंट्स बाजार में मैदे व अन्य अनहेल्दी प्रोडक्ट्स से बने फूड आइटम्स की जगह हेल्दी विकल्पों पर काम कर रहे हैं।
गन्ने के रस पर हो रहा काम
मुरादाबाद के किसान आरेंद्र बड़गोती ने बताया कि हम गन्ने पर काफी काम कर रहे हैं। पहले भी 15 तरह के प्रोडक्ट्स बना चुके हैं। फिलहाल हमने अपने मिलेट्स के प्रोडक्ट मे गन्ने का इस्तेमाल किया है, जिससे शक्कर का विकल्प खोजा है। उन्होंने बताया कि हमारे स्टॉल में कोदो मिलेट्स लड्डू, कंगनी लड्डू बनाए हैं। इनमें गन्ने की खांड से बिस्किट और गन्ने की रस से लड्डू बनाते हैं। यहां पर लोग अच्छा रिस्पॉन्स दे रहे हैं।