लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ-गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के चलने का इंतजार अब खत्म हो गया है। बुधवार को वंदे भारत का शेड्यूल जारी हो गया। सात जुलाई को गोरखपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी ट्रेन को झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ करेंगे। उद्घाटन वाले दिन यह ट्रेन गोरखपुर से शाम तीन बजकर 40 मिनट पर रवाना होगी। रात आठ बजे यह लखनऊ पहुंच जाएगी। इसके बाद नौ जुलाई से इसे पब्लिक के लिए शुरू कर दिया जाएगा।

हफ्ते में छह दिन चलेगी ट्रेन

नौ जुलाई से यह ट्रेन सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर गोरखपुर से निकलेगी और 10 बजकर 20 मिनट पर लखनऊ पहुंच जाएगी। इसी तरह लखनऊ से यह ट्रेन शाम 7 बजकर 15 मिनट पर चलेगी और रात 11 बजकर 25 मिनट पर गोरखपुर पहुंच जाएगी। गोरखपुर से चलने के बाद यह ट्रेन बस्ती और अयोध्या, दो ही जगह रुकेगी। लखनऊ से वापस जाने में भी दो ही स्टॉप रहेंगे। वहीं, पूर्वोत्तर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि गोरखपुर लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस हफ्ते में छह दिन चलाई जाएगी। शनिवार को ट्रेन का वीकली ऑफ रहेगा। गोरखपुर में ट्रेन का प्राइमरी मेंटेनेंस होगा। ट्रेन में आठ कोच होंगे, जिसमें सात चेयरकार व एक इकोनॉमी चेयरकार रहेगी।

आठ कोच की ट्रेन में होंगे 456 यात्री

वंदे भारत ट्रेन में सीट के नीचे चार्जिंग पॉइंट दिए गए हैं। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए फर्स्ट ऐड बॉक्स की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा ट्रेन में क्रू मेंबर के कोच के पीछे खाना गर्म करने और पानी ठंडा रखने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। अटेंडेंट की मदद से यात्रियों को गर्म खाना और ठंडा पानी मिल सकेगा। यह ट्रेन करीब 140 से 160 किमी। की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ेगी। अधिकारियों ने बताया कि यह आठ कोच की ट्रेन है। इसमें एक बार में 456 यात्री सफर कर सकेंगे।

किराए का अभी भी इंतजार

बात दें कि बीते मंगलवार को चेन्नई से आए चार इंजीनियरों की एक टीम ने ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया था। जिसमें तय समय से पहले ही ट्रेन लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंच गई थी। इस ट्रेन का फेयर अभी तक जारी नहीं किया गया है। संभावना है कि गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस टिकट की कीमत एसी चेयर कार क्लास में एक यात्रा के लिए लगभग 795 रुपये और एक्जीक्यूटिव चेयर कार (ईसी) के लिए 1525 रुपये होगी।

क्या रहेगी खासियत

- सीट के नीचे मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट।

- खाना गर्म करने और ठंडे पानी की सुविधा।

- आमने-सामने की सीट के बीच फोल्डिंग टेबल।

- दिव्यांगों की सुविधा के लिए ब्रेल लिपि से जानकारी।

- इमरजेंसी में पायलट व ट्रेन स्टाफ से बातचीत के लिए सिस्टम।

- ट्रेन के कोच में वाई-फाई की सुविधा।

- कोच के दरवाजों में सेंसर लगे हैं, जो ऑटोमेटिक खुलेंगे।

- सुरक्षा को लेकर ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।