- पार्टी मुख्यालय में शिवपाल खेमे के नेता नहीं कर सके प्रवेश
- प्रदेश सचिव रघुनंदन काका को रोका तो गेट के सामने धरने पर बैठे
- प्रदेश प्रवक्ता दीपक मिश्र को भी गेट से भीतर जाने की अनुमति नहीं
LUCKNOW: सपा के दंगल में पार्टी दफ्तर भी अखाड़े बनते जा रहे हैं। सोमवार को पार्टी के प्रदेश सचिव और प्रदेश प्रवक्ता को पार्टी मुख्यालय में इंट्री नहीं मिली तो खासा हंगामा खड़ा हो गया। प्रदेश सरकार के मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला पार्टी ने पार्टी दफ्तर में यह नजारा देखा तो खुद भी विरोध में धरने पर बैठ गये। आनन-फानन में पुलिस बल बुलाकर असंतुष्ट नेताओं की मान-मनौव्वल कर हटाया गया। इस दौरान अखिलेश समर्थक लगातार अमर सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
दफ्तर में प्रदेश सचिव को नो इंट्री
सोमवार सुबह पार्टी के प्रदेश सचिव रघुनंदन काका और चौधरी रक्षपाल सिंह ने जैसे ही पार्टी मुख्यालय में जाने की कोशिश की उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपको भीतर न जाने देने का आदेश दिया गया है। इसके बाद रघुनंदन काका पार्टी दफ्तर के मुख्य द्वार के सामने कुर्सी डालकर धरने पर बैठ गये। कुछ ही देर में मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला वहां आ गये। पार्टी दफ्तर के बाहर यह नजारा देख वे खुद को मुलायमवादी बताते हुए रघुनंदन काका के साथ धरने पर बैठ गये। इसकी सूचना मिलने पर वहां अखिलेश समर्थकों का जमावड़ा लग गया और नारेबाजी शुरू हो गयी। आनन-फानन में वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। वहीं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दीपक मिश्र ने भी दफ्तर के भीतर जाने की कोशिश की तो उनका नाम पूछने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने भीतर जाने की इजाजत नहीं दी। पार्टी दफ्तर में तनावपूर्ण माहौल की सूचना मिलने पर एसएसपी मंजिल सैनी ने मौका-मुआयना भ्ाी किया।
कल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव भी कार्यालय आए थे। आज मेरी शिवपाल जी से बात हुई, उन्होंने कहा कि जो भी पदाधिकारी हैं वे पार्टी दफ्तर में बैठेंगे। इसके बाद ही मैं यहां आया था। मैं जानना चाहता हूं कि मुझे किस अधिकार से और किसके इशारे पर अंदर जाने से रोका गया।
रघुनंदन काका
प्रदेश सचिव
समाजवादी पार्टी को मजबूत करने के लिए हजारों रातें बसों एवं जेलों में बिताई हैं। बदले में कभी कोई लाभ नहीं लिया। इस तरह अपमानजनक तरीके से रोकना उचित नहीं है। अखिलेश जी लोकतंत्र एवं समाजवादी में गहरी आस्था रखते हैं। वे ऐसा कुकृत्य करने को निर्देश नहीं दे सकते।
दीपक मिश्रा
प्रदेश प्रवक्ता