- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की परिचर्चा में शामिल हुए व्यापारी
- चुनावी चर्चा में सुरक्षा को बताया अहम मुद्दा
LUCKNOW : विधानसभा चुनाव में हर पार्टी अपने वादों व घोषणा पत्र के साथ चुनावी रण में कूद चुकी है। पर, इन वादों के बीच व्यापारी वर्ग अपने को कहां पाते हैं। वोट पर उनका रुझान और मुद्दा क्या होगा, इन सभी मुद्दों को लेकर सैटर डे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के ऑफिस में परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें कई सेक्टरों से जुड़े व्यापारियों ने अपनी राय रखी। परिचर्चा में व्यापारियों ने अपनी सुरक्षा का मुद्दा मुख्य रूप से रखा।
स्थान- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट
समय- 12:30 बजे
हमारा सबसे बड़ा मुद्दा सुरक्षा
जिस तरह से अभी हाल में ही व्यापारी श्रवण साहू की हत्या की गई उससे साफ हो गया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। व्यापारी वर्ग पूरा टैक्स देते हैं फिर भी सरकार और पुलिस की ओर से हमें कोई सुरक्षा नहीं मिलती है। जो सरकार हमें सुरक्षा देगी हम उसको वाेट करेंगे। सर्राफा व्यापारी अाशीष गुप्ता की इन बातों पर सहमि1त जताते हुए सीड्स व्यापारी राधेश्याम चौरसिया ने कहा कि आज के समय में गुंडाराज इतना बढ़ गया है कि व्यापार करना मुश्किल हो गया। इसके साथ ही व्यापार का लाइसेंस मिलने में इतनी मुश्किल होती है कि सालों लाइसेंस लेने में लग जाते हैं। उसके बाद बची कूची कसर अधिकारी पूरी कर देते हैं, बात को बीच में काटते हुए किराना व्यापारी सुनील कुमार सच्चर ने कहा कि इस बार मेरा मुख्य मुद्दा विकास होगा, मैं विकास के आधार पर वोट करुंगा। जातिवाद, पार्टीवाद से इतर विकास करने वाले को वोट दूंगा। जब विकास होगा तो व्यापार में हो रही समस्याओं का समाधान भी होगा। इस बात से कुछ असहमत दिखे ट्रैवेल्स संचालक अमित दीक्षित ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था तो पहले से ही चौपट थी, लेकिन अब दिन पर दिन ट्रैफिक व्यवस्था भी ध्वस्त होती जा रही है जिसकी वजह से जाम लग रहा है। जाम की वजह से कस्टमर कम आते हैं। कभी कभी तो जाम इतना लंबा लग जाता है कि घंटों स्थिति सामान्य नहीं होती। परिचर्चा के दौरान नोटबंदी से हुए नुकसान के दर्द को भी व्यापारियों ने बयां किया। सर्राफा व्यापारी माेहम्मद आमिर ने कहा कि नोटबंदी के बाद व्यापारियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। हमारा व्यापार गांव देहात के छोटे व्यापारियों से होता है। नोटबंदी के बाद वह कड़ी ही टूट गई। ऐसे में पूरा व्यवसाय ही चौपट हो गया। इस बार मेरा चुनावी मुद्दा यही है उनकी हां में हां मिलाते हुए गल्ले के व्यापारी नरेश गुप्ता ने कहा कि नोटबंदी से बहुत परेशानी हुई है। उसके अलावा सुरक्षा हमारा मुख्य मुद्दा है जहां पर घर की लड़कियां सुरक्षित रहेंगी वहीं हमारा वोट जायेगा। रेडीमेड कपड़ों का व्यापार करने वाले जगदेव यादव ने कहा कि मेरा एक ही सीधा सा मत है कि जो व्यापारियों की हित की बात करेगा, हमारी समस्या को सुनेगा मेरा वोट उसी को जायेगा। इस पर तपाक से बोलते हुए कपड़ा व्यापारी संतोष यादव ने कहा कि आज के समय में व्यापारी वोट बैंक बनकर रह गये हैं। हमारा मर्डर हो, हमारे यहां लूट हो, हमारे बच्चों का अपहरण हो इसके बाद भी हमें सुरक्षा नहीं मिलती। हमारी सुरक्षा सर्वप्रथम होनी चाहिए। परिचचार्1 के दौरान होटल व्यवसाई अंकुर अग्रवाल ने कहा कि पार्टी चुनाव के समय तो समर्थन लेने आ जाती है। उसके बाद हम व्यापारियों की बात ही नहीं सुनती। सबसे बड़ी दिक्कत छापेमारी की है। इंस्पेक्टर राज खत्म होना चाहिए। जो पार्टी व्यापारियों की मदद करेगी उसी को वोट दूंगा। डिपार्टमेंटल स्टोर के संचालक गगन अरोड़ा ने कहा कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सबसे बुरी कंडीशन में है जिसकी वजह से ग्राहक नहीं आते हैं। बड़ी पार्किंग बनाने से अच्छा है कि छोटी-छोटी पार्किंग बनाई जाये। हम व्यापारियों का व्यापार इस वजह से भी चौपट हो रहा है। होटल व्यवसाई नंदलाल ने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब हमारे घर की बेटी व बहू ही सुरक्षित नहीं रह सकती है तो हम व्यापार क्या करेंगे। इस बार हमारा वोट महिला सुरक्षा के मुद्दा पर पडे़गा। टैंट व्यवसाई ऋित्वक जायसवाल ने कहा कि जो भी पार्टी हम व्यापारी वर्ग के हित में काम करेगी, मैं उसको ही वोट करुंगा। अंत में आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि व्यापारियों की समस्या अलग अलग स्थान पर अलग है। स्थानीय स्तर पर अवैध कामर्शियल बिल्डिंग का निर्माण होता है व्यापारी उसमें दुकान खरीदता है। पर, जब प्राधिकरण की ओर से अभियान चलता है तो व्यापारी ही क्यों फंसता है बिल्डर क्यों नहीं। वाणिज्य बिजली दरें सस्ती होनी चाहिये। श्रम विभाग में बदलाव हो ताकि उत्पीड़न बंद हो सके। कामर्शियल हाउस टैक्स की दरें सस्ती हो, वाणिज्य कर व एसआईबी के छापेमारी बंद हो, व्यापारी को धन पशु, चोर व वोट बैंक न समझा जाए। वह मुख्यधुरी है, जहां तक सुरक्षा का सवाल है तो कानून व्यवस्था आम जनता के साथ व्यापारियों के लिए भी चिंता का विषय है। रोजाना व्यापारियों से लूट हत्या जैसी घटनाएं होती हैं उसके बावजूद कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसके अलावा परिचर्चा में विजय बहादुर, अशोक यादव, कुलदीप चौरासिया, अमित सिंह, विशाल भल्ला, जितेंद्र सिंह, बिजेंद्र कुमार,कृष्ण कुमार आदि ने भी सुरक्षा को मुख्य मुद्दा बताया।
1. इस बार के विधानसभा चुनाव में मेरा मुख्य मुद्दा विकास होगा। मैं विकास के आधार पर ही वोट करुंगा। विकास के साथ ही व्यापारियों का विकास होगा।
सुनील कुमार सच्चर
2. व्यापारियों की कोई समस्या ही नहीं सुनता। सिर्फ वोट के समय व्यापारियों की याद आती है, लेकिन अब जो हमारी सुनेगा हम उसी को वोट देंगे।
जगदेव यादव
3. गुंडाराज का बोलबाला है हम लोग सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में ऐसी सरकार चुनेगे जो हमारी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर सके।
नरेश गुप्ता
4. सुरक्षा मेरे लिए सबसे अहम मुद्दा है इस बार वोट डालने के वक्त मैं इस बात पर ही वोट करुंगा कि कौन हमें सुरक्षा देगा।
कृष्ण कुमार तिवारी
5. जाम की वजह से व्यापार प्रभावित हो रहा है विकास के नाम पर जाम लग रहा है। व्यापारियों को बुनियादी सुविधा देने वाली सरकार को मेरा वोट जाएगा।
अमित दीक्षित
6. व्यापारियों के लिए इस वक्त दो मद्दे हैं। एक सुरक्षा दूसरा ट्रैफिक जो दोनों ही बेहाल हैं जिससे व्यापार पर काफी असर पड़ रहा है।
गगन अरोड़ा
7. व्यापारियों के लिए समस्या ही समस्या है। नोटबंदी, सुरक्षा, आधा अधूरा ऑनलाइन सिस्टम। ये सब तो वो मुद्दे हैं जिन्होंने व्यापार को तोड़ दिया।
मोहम्मद आमिर
8. हम व्यापारियों की सुरक्षा जो निश्चित करेगा उसी को वोट देंगे। घर से चार कदम निकलना मुश्किल हो जाता है। गुंडाराज चल रहा है।
आशीष गुप्ता
9. इंस्पेक्टर राज ने व्यापारियों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न किया है। सबसे पहले तो इसको बंद करना चाहिए। उसके अलावा हमारी आवाज को जो सुनेगा वही वोट पायेगा।
अंकुर अग्रवाल
10. क्षेत्र का विकास हो, व्यापारियों की समस्या सुनी जाये। इन सबके बीच सुरक्षा के इंतजाम भी पुख्ता किये जाएं। जो ऐसा करेगा उसको वोट देंगे।
नंदलाल
11. कानून व्यवस्था के साथ अधिकारियों की ओर व्यापारी वर्ग का हो रहा उत्पीड़न बंद होना चाहिए। इसके लिए समय समय पर आवाज भी उठायी जाती है। अब समय आ गया है जो खुलकर हमारा समर्थन करेगा हम उसको खुलकर वोट देंगे।
संजय गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष आदर्श व्यापार मंडल