लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों बड़ी संख्या में मरीज बुखार, पेट दर्द, उल्टी की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं, जांच कराने पर बड़ी संख्या में लोगों में टाइफाइड निकल रहा है। इन दिनों रोजाना 30-35 मामले टाइफाइड के आ रहे हैं। डॉक्टर्स की माने तो बरसात के सीजन में टाइफाइड ज्यादा देखने को मिलता है इसलिए कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

दूषित खानपान से फैलता है

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि टाइफाइड बुखार एक प्रकार का संक्रमण है, जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया से होता है। इसके कारण बुखार, दस्त, उल्टी, थकान, लैट्रिन में खून आना और दाने होने लगना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। यह संक्रमण दूषित खाने और पानी से फैलता है। अस्पताल में रोजाना 15-20 मरीजों की जांच हो रही है, जिसमें 4-5 मामले टाइफाइड पॉजिटिव आ रहे हैं, जिनको इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।

बड़ी संख्या में आ रहे मरीज

बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ। एनबी सिंह ने बताया कि इस समय बुखार के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। जिसमें टाइफाइड के मामले भी देखने को मिल रहे हैं। रोजाना 30-35 टेस्ट हो रहे हैं, जिनमें 10-15 लोगों के रिजल्ट पॉजिटिव आ रहे हैं। वहीं, गंभीर मरीजों को भर्ती कराकर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। अस्पताल में जांच और इलाज की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। वहीं, लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि लैब में टाइफाइड के लिए रोजाना 70-75 विडाल टेस्ट हो रहे हैं, जिनमें 15-20 टेस्ट पॉजिटिव आ रहे हैं। वहीं, जरूरत पड़ने पर मरीज को भर्ती कराया जा रहा है।

बचाव बेहद जरूरी

डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि टाइफाइड दूषित खानपान या साफ-सफाई नहीं रखने से फैलता है इसलिए खाने से पहले हाथ साफ करना, शौच के बाद अच्छे से हाथ साफ करना, पानी उबाल कर ठंडा करने के बाद पीना, खुले में रखे फल व बासी खाना खाने से बचें, ताजा और गर्म भोजन ही लें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि खुद से कोई दवा न लें। डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार ही ट्रीटमेंट पूरा करें ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न हो। टाइफाइड की जांच और दवा सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह फ्री है।

ये होते हैं लक्षण

- बुखार

- ठंड लगना

- कमजोरी व थकान

- सिरदर्द

- दस्त या कब्ज

- पेट दर्द

- मांसपेशियों में दर्द

- भूख न लगना

इस समय बुखार काफी फैला हुआ है। टाइफाइड के रोजाना 15-20 मरीज आ रहे है। बड़ी संख्या में विडाल टेस्ट किया जा रहा है। अस्पताल में जांच और दवा की पूरी व्यवस्था है।

-डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी, एमएस, लोकबंधु अस्पताल