लखनऊ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के हेलमेट को लेकर चलाए जा रहे अभियान 'सेफ्टी फर्स्ट, हेलमेट मस्ट' में ट्रैफिक विभाग ने भी अपना पूरा योगदान दिया। शहर के प्रमुख चौराहों पर हेलमेट के प्रति न केवल लोगों को अवेयर किया गया बल्कि हेलमेट लगाने से होने वाले फायदों की भी जानकारी दी गई। अभियान में प्रमुख रूप से एडीसीपी ट्रैफिक अजय कुमार, एसीपी ट्रैफिक सैफुद्दीन बेग, एसीपी ट्रैफिक लाइन अभिनव मौजूद रहे।

हजरतगंज चौराहा

हजरतगंज चौराहों पर दोपहर एक घंटे तक दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के अभियान के तहत एडीसीपी ट्रैफिक अजय कुमार, एसीपी ट्रैफिक सैफुद्दीन बेग व अभिनव ने दो पहिया चालकों को हेलमेट लगाने को लेकर अवेयर किया। इस दौरान बिना हेलमेट वाले चालकों का चालान नहीं किया गया, लेकिन उन्हें शपथ दिलाई गई कि वे घर से बिना हेलमेट के बाहर नहीं निकलेंगे। अभियान के दौरान बिना हेलमेट के पकड़े गए लोगों ने ऐसे-ऐसे बनाए कि पुलिस अफसर भी दंग रह गए।

सिकंदरबाग चौराहा

सिकंदरबाग चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी मिर्जा नादिर जाफर और धर्मेंद्र कुमार ने रेड सिग्नल पर खड़े होकर बिना हेलमेट वाहन चालकों को हेलमेट के प्रति अवेयर किया। कई दो पहिया वाहन चालक चालान के डर से गाड़ी मोड़ कर भागते भी नजर आए। हालांकि उन्हें समझाया गया कि उनका चालान नहीं किया जा रहा बल्कि उन्हें हेलमेट लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। हेलमेट लगाने से उनकी सेफ्टी व नियम के उल्लंघन से बचने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

बंदरिया बाग चौराहा

शहर का सबसे व्यस्त चौराहा लाल बत्ती, बंदरिया बाग से हर दिन लाखों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। यहां आईटीएमएस कैमरे चलान करते हैं। चौराहे पर एसीपी ट्रैफिक लाइन अभिनव ने स्कूल की छुट्टी के दौरान वहां बिना हेलमेट लगाए बाइक से बच्चों को घर ले जा रहे पैरेंट्स को रोक कर उन्हें हेलमेट लगाने के प्रति अवेयर किया। यही नहीं, बच्चों से भी प्रामिस लिया कि वे अपने पैरेंट्स के साथ तभी जाएं जब वे हेलमेट लगाकर आएं। इससे न केवल उनकी सेफ्टी रहेगी बल्कि दूसरों को भी नुकसान होने से बच सकता है।

रेडियो सिटी पर भी लाइव प्रोग्राम

हेलमेट के प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के 'सेफ्टी फर्स्ट, हेलमेट मस्ट' अभियान के तहत रेडियो सिटी पर भी लाइव प्रोग्राम सुनाया गया। रेडियो सिटी के आरजे मयंक ने अधिकारियों के साथ-साथ बिना हेलमेट लगाए वाहन चलाने वालों से बात की और उन्हें हंसा हंसा कर हेलमेट के प्रति जागरूक किया।

हेलमेट न लगाने के बहाने

-हजरतगंज चौराहे पर स्कूटी सवार दो युवतियां बुर्का पहने जा रही थीं। उन्होंने हेलमेट नहीं पहन रखा था। पूछे जाने पर उनका बहाना था कि घूमने जा रहे हैं, हेलमेट कहां रखते।

- एसीपी ट्रैफिक सैफुउद्दीन ने बाइक सवार एक युवक को बिना हेलमेट के रोका तो उसका जवाब था कि सर, हेलमेट तो है लेकिन लगाने पर बाल खराब हो जाते हैं इसलिए नहीं लगाया।

- बिना हेलमेट के एक युवती को रोका गया तो उसने गाड़ी रोकते ही इंग्लिश बोलना शुरू कर दिया ताकि पुलिस को प्रभाव में ले सके। स्कूल टीचर होने के बाद भी हेलमेट न लगाने की बात जब सामने आई तो उन्होंने सॉरी बोलकर आगे से हेलमेट लगाकर चलने का वादा किया।