लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में वेक्टर बॉर्न डिजीज से बचाव के लिए संचारी रोग और दस्तक अभियान चलाया जा रहा है ताकि डेंगू, मलेरिया आदि से बचाव हो सके। हालांकि, दूसरे और डेंगू मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस साल अबतक 62 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अभी डेंगू का ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है। फिलहाल कोई मरीज भर्ती नहीं है।

पॉश एरिया में मिल रहे मरीज

जिला मलेरिया विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई माह में ही अकेले 17 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। ये मरीज राजधानी के पॉश एरिया जैसे गोमती नगर, अलीगंज, इंदिरा नगर और आलमबाग में सामने आए हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के लिए यह हॉट स्पॉट एरिया है और हर साल यहां सर्वाधिक डेंगू के मामले आते हैं। ऐसे में दोबारा यहीं से केस सामने आना बड़ी चिंता की बात है।

ट्रेसिंग का किया जा रहा काम

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। ऋतु श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू के केस अलग-अलग एरिया से आ रहे है। डेंगू का केस सामने आने के बाद आसपास के करीब 50 घरों तक ट्रेसिंग का काम किया जा रहा है। इसके अलावा एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग भी कराई जा रही है। साथ ही लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है। फिलहाल कोई मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।

टीमें लगातार निरीक्षण कर रही हैं

सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के मुताबिक, डेंगू फिलहाल पूरी तरह से कंट्रोल में है। अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। साथ ही विभाग की टीमें लगातार क्षेत्रों का निरीक्षण कर काम कर रही है ताकि मच्छरों को कंट्रोल किया जा सके। लोगों को भी अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए। कोई भी लक्षण नजर आने पर तत्काल सरकारी अस्पताल में अपनी जांच करवाएं। डेंगू की जांच और इलाज पूरी तरह से फ्री है। लोगों को घबराने की जगह सतर्कता बरतनी चाहिए। सभी के सहयोग से ही डेंगू की रोकथाम संभव है।

संचारी रोग और दस्तक अभियान लगातार चलाया जा रहा है। एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग भी हो रही है। लोगों को अपने घरों और आसपास के एरिया में पानी नहीं जमा होने देना चाहिए।

-डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ