- एलडीए की ओर से अपनी सभी योजनाओं में मिसिंग भूखंड तलाशे जाएंगे
LUCKNOW एलडीए की ओर से एक तरफ तो पुरानी योजनाओं को नए कलेवर में लांच करने की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ पुरानी योजनाओं में मिसिंग भूखंड तलाशे जाएंगे। इन भूखंडों के सामने आने के बाद उनकी नए सिरे से नीलामी कराई जाएगी। एलडीए वीसी की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि प्राधिकरण की सभी पुरानी योजनाओं में मिसिंग भूखंडों की तलाश की जाए। इन योजनाओं में कानपुर, टीपीनगर, मोहान रोड इत्यादि योजनाएं शामिल हैं।
प्रपत्रों की होगी जांच
मिसिंग भूखंड सामने आने के बाद उनके प्रपत्रों की भी जांच कराई जाएगी। जिससे यह जानकारी मिल सकेगी कि अभी तक एक बार भी इनकी नीलामी हुई या नहीं। अगर किसी व्यक्ति ने खरीदा तो उसका स्टेटस क्या है। इस कदम को उठाए जाने की एक वजह यह भी है कि पुरानी योजनाओं में भूखंडों की बिक्री में जमकर खेल किया गया है। जब मिसिंग भूखंड सामने आएंगे, तो यह भी पता लग सकेगा कि कहीं कागजों में खेलकर उनकी बिक्री तो नहीं की गई।
हर सप्ताह समीक्षा
वीसी की ओर से मिसिंग भूखंड व अन्य भूखंडों के स्टेटस को लेकर हर सप्ताह समीक्षा भी की जाएगी.वहीं जोनवार भी यह कदम उठाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही सील संपत्तियों की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी गई है। जिससे यह पता लग सके कि जो संपत्तियां सील की गई हैं, उनमें निर्माण तो नहीं चल रहा है।
अगले माह नीलामी
एलडीए प्रशासन की ओर से पहले ही निर्णय लिया गया है कि सितंबर माह में रिक्त भूखंडों की नीलामी कराई जाएगी। वहीं जो आवंटी समायोजन के लिए भटक रहे हैं, उन्हें एलडीए की ओर से नई योजनाओं अथवा पुरानी योजनाओं में समायोजित किया जाएगा। जिन आवंटियों की संपत्तियों की अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है, उनकी रजिस्ट्री भी जल्द से जल्द कराई जाएगी। इसके लिए अलग से ऐसे आवंटियों की लिस्ट बनवाई जा रही है, जिन्होंने प्राधिकरण की कोई संपत्ति तो खरीदी है लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है।
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किश्त न देने वाले भी चिन्हित
प्राधिकरण की संपत्ति लेकर समय से किश्त न देने वालों की भी लिस्ट बनवाई जा रही है। पहले तो इन बकाएदारों को नोटिस भेजी जाएगी और इसके बाद भी बकाएदारों की ओर से बकाया राशि जमा नहीं कराई जाती है तो आवंटित संपत्ति को निरस्त भी किया जा सकता है।
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सभी योजनाओं में मिसिंग भूखंड तलाशने के निर्देश दिए गए हैं। इन भूखंडों के सामने आने के बाद अगले कदम उठाए जाएंगे।
अक्षय त्रिपाठी, वीसी, एलडीए