लखनऊ (ब्यूरो)। लोगों ने बताया यहां कई मकान जर्जर हाल में हैं। रेलवे प्रशासन ने लोगों को मकान खाली करने को कहा था। कई बार नोटिस भी थमाया गया है और घरों के बाहर चस्पा किया गया। बावजूद इसके वह अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
64 मकानों को दिया गया था नोटिस
हादसे की सूचना पर डीएम सूर्यपाल गंगवार मौके पर पहुंचे। डीएम ने कहा, यहां पर 64 मकान थे। सभी को पहले नोटिस जारी किया गया था। इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों से भी बात हुई है। जल्द ही बाकी मकान को खाली करवाया जाएगा। जांच और घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई पर डीएम ने कहा कि यह रेलवे के अधिकारी अपने स्तर पर इसे लेकर जांच शुरू कर दी है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
लोगों मे दिखा रोष
पुरानी रेलवे कालोनी में रह रहे लोगों में रेलवे प्रशासन को लेकर गुस्सा भी देखने को मिला। यहां पर लोगों में रोष था जब, र्नोिटस दिया गया था मकानों को क्यों नही ढहाया गया, क्योंं कुछ मकान गिराने के बाद लापरवाही बरती गई। अब जब हादसा हो गया तो अफसर यहां दौड़े चले आ रहे हैं। पहले यहां कोई झांकने तक नहीं आता था। अगर किसी भी रेलवे अधिकारी ने थोड़ी अलर्टनेस दिखाती तो शायद यह हादसा नहीं होता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, सब लापरवाह बने रहे।
घर खाली कर रहे लोग
हादसे के बाद किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि उनके पड़ोस में रहने वाला सतीश का पूरा परिवार अब इस दुनिया में नहीं रहा है। कुछ लोग सामान बांधकर कालोनी खाली कर रहे हैं। जबकि कई ऐसे लोग हैं, जो हादसे के बाद घरों में कुंडी लगाकर इधर-उधर हट गए हैं। यहां रहने वाले लोगों में दहशत का महौल है कि जर्जर मकान होने से कहीं उनका मकान भी न ढह जाए।
6 महीने पहले आखिरी नोटिस
यहां रह रहे परिवारों ने बताया कि यहां पर रेलवे की तरफ से नोटिस आना आम बात हो गई है। अबतक आठ से दस बार नोटिस मिल चुकी है। वहीं, आखिरी बार मकान छोडऩे का नोटिस करीब छह महीने पहले दी गई थी। इनमें कई लोग मकान छोड़कर चले गए हैं, जबकि कई अभी भी मकान छोडऩे को तैयार नहीं है। कालोनी बनने का ठेका ठेकेदार को दिया गया है। ठेकेदार ने सभी लोगों से कहा कि अगले तीन से चार महीने में कालोनी को तोड़कर फिर से बनाएंगे, तब तक लोग अपनी कालोनी खाली कर दें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जागे रेलवे अधिकारी
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन की तरफ से एक बार फिर से सभी कॉलोनी वासियों को घर खाली करने का आदेश दिया है। रेलवे के अधिकारियों के आदेश में कहा गया कि पूरी कॉलोनी को खाली कराया जाए। वहीं, शनिवार को हादसे के बाद रेलवे पुलिस कालोनी का एक बार फिर लिस्ट तैयार करने में जुट गई है। पुलिस रिकार्ड मेनटेन कर रही है कि हर एक घर में कितने सदस्य हैं, कौन-कौन रहता है, नोटिस कब मिली है, अबतक घर क्यों नहीं खाली किया है।