लखनऊ (ब्यूरो)। शहर में राजकीय व एडेड कॉलेजों को सीटें भरने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पांच कॉलेजों को छोड़ दिया जाए तो 19 कॉलेजों में सीटों के सापेक्ष कम आवेदन मिले हैं। चाहे एलयू की सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था से जुड़े कॉलेज हों या अपनी आवेदन प्रक्रिया के तहत दाखिला लेने वाले कॉलेज, आवेदनों की संख्या बढ़ा कर पूरी सीटें भरना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। शिक्षाविदों की माने तो बीते कई साल से कॉलेजों में 30 से 35 फीसदी सीटें खाली रह जाने की समस्या आ रही हैं। इस साल भी आवेदन कम मिलने से कॉलेजों की टेंशन बढ़ गई है।
आईटी व केकेसी में खूब आए आवेदन
एलयू से शहर के करीब 24 सरकारी व एडेड कॉलेज संबद्ध है। इनमें से पांच कॉलेजों को खूब आवेदन मिले हैं। आईटी कॉलेज में 1300 सीटों पर 2400 आवेदन मिले हैं। इसी तरह नेशनल पीजी कॉलेज में 1790 सीटों पर 9141 आवेदन, केकेसी में 2720 सीटों पर 4735, नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय कन्या महाविद्यालय 902 सीटों पर 1424 और कालीचरण पीजी कॉलेज में 1340 सीटों पर 2400 आवेदन आए हैं।
नवयुग कन्या व महिला डिग्री कॉलेज में आवेदन सीटों से कम
शहर के गर्ल्स कॉलेज जैसे नवयुग कन्या महाविद्यालय, अमीनाबाद स्थित महिला डिग्री कॉलेज, खुनखुनजी गर्ल्स डिग्री कॉलेज में स्थिति बेहद खराब है। महिला डिग्री कॉलेज में कुल 1540 सीटें हैं, यहां 400 आवेदन कॉलेज को मिले हैं। नवयुग कन्या महाविद्यालय में 1330 सीटों के सापेक्ष 500, खुनखुनजी गर्ल्स डिग्री कॉलेज में 555 सीटों के सापेक्ष 150 आवेदन आए हैं। नारी शिक्षा निकेतन में भी 740 सीटों के सापेक्ष 250 के करीब आवेदन आए हैं।
एलयू की सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था भी नहीं दे सकी साथ
एलयू की सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था से 67 कॉलेज जुड़े थे। इनमें महिला डिग्री कॉलेज और नवयुग कन्या समेत दो अन्य एडेड कॉलेज शामिल थे। इनमें से किसी भी कॉलेज को बहुत अधिक फायदा होता नहीं दिख रहा है। एलयू के यूजी एंट्रेंस एग्जाम में पंजीकृत स्टूडेंट्स की संख्या से ही अंदाजा हो जाता है कि स्टूडेंट्स का कोर्सों की तरफ रुझान कम हुआ है। इनमें बीकॉम जैसे कोर्स भी हैं जिनको लेकर स्टूडेंट्स का अलग क्रेज होता था।
चार जिलों के कॉलेजों से हो रही परेशानी
लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ। मनोज पांडेय का कहना है कि एलयू से संबद्ध कॉलेजों की संख्या 550 है। इनमें तीनों तरह के कॉलेज हैं। एलयू ने चार जिलों के कॉलेजों को भी संबद्धता दी है। पहले आसपास के स्टूडेंट्स एलयू व एलयू से जुड़े लखनऊ के कॉलेजों में दाखिले के लिए आवेदन करते थे, लेकिन अब वे अपने जिले के कॉलेज में आवेदन करते हैं। इसके अलावा निजी कॉलेजों को अधिक संबद्धता दिए जाने से भी स्टूडेंट्स की संख्या कम हो रही है।
एलयू में सेंट्रलाइज्ड सीटों की यह है स्थिति
बीकॉम: 4670 सीट्स, 3476 आवेदन
बीएससी एग्रीकल्चर: 839 सीट 398 आवेदन
बीजेएमसी: 420 सीट, 117 आवेदन
इन कोर्स में आवेदन बढ़े
बीकॉम ऑनर्स: 1260 सीट, 2564 आवेदन
एलएलबी ऑनर्स: 1660 सीट, 4138 आवेदन
बीसीए: 1320 सीट 2457 आवेदन
बीबीए: 1800 सीट, 2680 आवेदन
बीए: 4535 सीट, 5829 आवेदन
बीएफए बीवीए: 333, आवेदन 524 आवेदन