लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी के कॉमर्स विभाग की ओर से हुई सुपर 30 प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से होने नेट जेआरएफ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए निशुल्क सुपर 30 कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए बीती 19 मई को प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। सुपर 30 कक्षाओं के लिए प्रवेश परीक्षा के माध्यम से 30 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। चयनित अभ्यर्थियों की कक्षाएं विभाग में आगामी 30 मई से शुरू होंगी। विभागाध्यक्ष प्रो। अवधेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सुपर 30 कक्षाओं के संचालन का मुख्य उद्देश्य उन छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करना है, जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तथा प्राइवेट संस्थानों की कोचिंग फीस चुकाने में असमर्थ हैं।

इन लोगों का हुआ चयन

सुपर 30 कक्षाओं के लिए सुमेधा गुप्ता, नाजिया आरिफ, अनुभा सक्सेना, अनुश्री भारद्वाज, आनन्द वर्मा, संजीव यादव, हर्ष तिवारी, वार्णेयम गुप्ता, विशेष माथुर, आदर्श श्रीवास्तव, रोशनी मौर्या, इरम अंसारी, नैंसी गुप्ता, अनुकृति मिश्रा, रोशन सिंह, गरिमा जयसवाल, सपना रानी, अवनारे सिंह, इज्या तिवारी, अल्पना शर्मा, रितेश गुप्ता, शिफा अफरोज, कनिष्का सिंह, हर्षिता पाण्डेय, अनवर सईद, प्रेरणा तिवारी, आशीष कुमार, आंचल पाण्डेय का चयन किया गया है। वेटिंग लिस्ट में अभिजीत अस्थाना, संजना सिंह, अनन्या, अंकित सिंह एवं पुष्पेन्द्र पाण्डेय का नाम शामिल है।

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एलयू में छात्रवृति के लिए 50 छात्रों का चयन

लखनऊ यूनिवर्सिटी में डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर के लिए 50 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है। इसके लिए वीसी की ओर से गठित समिति ने छात्र कल्याण कार्यालय में जमा किए गए 245 आवेदन पत्रों की जांच के बाद छात्र-छात्राओं का चयन किया गया। चयन प्रक्रिया में इस बात का भी ध्यान रखा गया कि सभी संकायों-विभागों का प्रतिनिधित्व हो। मंगलवार को चयनित छात्रों की सूची जारी करने के साथ ही वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने चयनित छात्र-छात्राओं से मुलाकात भी की। इस मौके पर वीसी ने कहा कि एनईपी 2020 के क्रियान्वयन की दिशा में लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पिछले दो वर्षों मे छात्र कल्याण के लिए छात्रवृत्ति एवं उनके समावेशी विकास के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर के अन्तर्गत जरूरतमंद छात्रों को एक सत्र में पन्द्रह हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि चयनित छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति आरटीजीएस के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जा रही है।