लखनऊ (ब्यूरो)। इस फ्लाईओवर के शुरू होने से शहीद पथ और कानपुर रोड पर ट्रैफिक लोड भी खासा कम होगा। वजह यह है कि अभी एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को शहीद पथ से कानपुर रोड होते हुए जाना पड़ता है। इसकी वजह से कई बार शहीद पथ पर जाम भी लगता है। इस समस्या को दूर करने के लिए ही शहीद पथ से सीधे एयरपोर्ट कनेक्ट करने के लिए फ्लाईओवर की रूपरेखा तैयार की गई थी और निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया गया था।
अड़चनें भी आईं
शहीद पथ फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान कुछ रुकावटें भी आईं लेकिन अब निर्माण पूरा हो गया है। पहले उम्मीद थी कि 15 जनवरी से यह फ्लाईओवर शुरू हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब इसे गुरुवार से शुरू करने की तैयारी है।
फ्लाईओवर एक नजर में
134 करोड़ लागत फ्लाईओवर की
2 किमी। करीब लंबाई
2018 में फ्लाईओवर का काम शुरू
1- अगले साल से शुरू होगा मुंशी पुलिया
मुंशी पुलिया चौराहे से पॉलीटेक्निक चौराहे तक बन रहा फ्लाईओवर अगले साल जनवरी या फरवरी माह से शुरू होगा। इससे मुंशी पुलिया से पॉलीटेक्निक के बीच जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। कलेवा तिराहे के पास अंडरपास भी दिया जाएगा। जिससे कलेवा की तरफ से आने वाले वाहन सीधे पॉलीटेक्निक या मुंशी पुलिया की ओर जा सकेंगे।
फ्लाईओवर एक नजर में
1800 मी। करीब लंबाई
170 करोड़ रुपये बजट
50 हजार लोगों को राहत
2- खुर्रमनगर फ्लाईओवर
खुर्रमनगर से सेक्टर 25 इंदिरानगर तक बन रहे फ्लाईओवर का निर्माण भी युद्धस्तर पर हो रहा है। सेक्टर 25 इंदिरानगर के पास पिलर तैयार कर लिए गए हैैं। वहीं दूसरी तरफ स्लेप का काम पूरा किया जा चुका है। संभावना है कि इस साल के अंत तक इस फ्लाईओवर को शुरू कर दिया जाएगा। जिससे खुर्रमनगर से सेक्टर 25 इंदिरानगर तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
फ्लाईओवर एक नजर में
140 करोड़ है प्रोजेक्ट की लागत
2.5 किमी। करीब फ्लाईओवर की लंबाई
45 हजार लोगों को मिलेगी सीधी राहत
अन्य प्रोजेक्ट्स को भी रफ्तार
अभी जो अपडेट्स सामने आए हैैं, उससे साफ है कि कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम भी दोनों तरफ से शुरू कर दिया गया है साथ ही साइट ऑफिस भी बनकर तैयार हो गए हैैं। इसके साथ ही किसान पथ का रुका हुआ कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
शहीद पथ से एयरपोर्ट के बीच बने फ्लाईओवर की शुरुआत गुरुवार से हो जाएगी। इसके साथ ही खुर्रम नगर समेत दो अन्य फ्लाईओवर्स भी इसी साल शुरू हो जाएंगे। फ्लाईओवर्स निर्माण कार्य पर लगातार नजर रखी जा रही है।
दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि