लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है। रोजाना विभिन्न इलाकों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। वहीं, डॉक्टर्स का कहना है कि अगर किसी को एक बार डेंगू होने के बाद दोबारा होता है तो दूसरी बार उसके ज्यादा गंभीर होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। इस तरह के कई मामले देखने को मिल चुके हैं। ऐसे में लोगों को बेहद एहतियात बरतने की जरूरत है।
जरूरी नहीं है सभी गंभीर हों
राजधानी में अबतक डेंगू के 1500 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें अकेले नवंबर माह में ही 370 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। केजीएमयू के एमएस और मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक, अगर किसी को पहले डेंगू हो चुका है, तो उसे दोबारा भी हो सकता है। ऐसे में दोबारा होने पर उसके सीरियस होने का खतरा ज्यादा होता है। पर जरूरी नहीं कि हर मामले में मरीज गंभीर हो जाये। ऐसे कई मरीज संस्थान आ चुके हैं, जिनको दोबारा डेंगू हुआ है। जब आईजीजी जांच के दौरान एंटीबॉडी मिलती है तो पता चलता है कि पहले भी डेंगू हो चुका है।
चार बार हो सकता है डेंगू
अगर किसी को डेंगू दोबारा होता है तो एंटीबॉडी का रिएक्शन होने का खतरा हो सकता है। क्योंकि पहली बार संक्रमित होने पर जो एंटीबॉडी बनी भी वो दूसरी बार होने पर उतनी असरदार नहीं रहती। वैसे भी एक इंसान को पूरे जीवन में चार बार डेंगू होने की आशंका रहती है। क्योंकि डेंगू के चार स्ट्रेन होते हैं। ऐसे में अगर पहले हो चुके स्ट्रेन से खतरा बढ़ता है तो पहले से बनी एंटीबॉडी उसे बढऩे से रोक देती है। ऐसे में स्थिति गंभीर होने की आशंका बढ़ जाती है। चूंकि, डेंगू से पीडि़त रह चुके शख्स की प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमजोर होती है। ऐसे में दोबारा होने पर शरीर ठीक से लड़ नहीं पाता।
बचाव बेहद जरूरी
-मच्छरों से बचाव बेहद जरूरी है
-पूरी बांह के कपड़े पहनें
-मच्छररोधी क्रीम लगाएं
-कहीं पानी जमा न होने दें
-लिक्विड डाइट खूब लें
-कोई समस्या होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें
किसी को भी डेंगू दोबारा हो सकता है। दोबारा होने पर कंडीशन सीरियस होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
-डॉ। डी हिमांशु, एमएस, केजीएमयू