लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप छोटा या बड़ा मकान बनाना चाहते हैैं और इसके लिए एलडीए से नक्शा पास कराने जा रहे हैैं, तो आपको जमानत राशि का झटका लग सकता है। इसकी वजह यह है कि एलडीए की ओर से नई व्यवस्था लागू कर दी गई है कि अब अगर कोई भी व्यक्ति छोटा या बड़े मकान के लिए नक्शा पास कराने आता है, तो उससे रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, दो पौधे और सोलर सिस्टम को लेकर जमानत राशि जमा कराई जाएगी। जब ये सभी शर्तें पूरी कर ली जाएंगी, तो एलडीए की टीम मौके पर जाकर सत्यापन करेगी और इसके बाद संबंधित व्यक्ति को उसके द्वारा जमा कराई गई धनराशि वापस कर दी जाएगी। पढ़ें अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट

अभी तक सिर्फ शपथ पत्र जमा होते थे

अभी तक एलडीए की ओर से नक्शा पास कराने आने वालों से किसी भी प्रकार की जमानत धनराशि जमा नहीं कराई जाती थी। हां, इतना जरूर था कि एलडीए की ओर से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर शपथ पत्र जरूर ले लिया जाता था, लेकिन उसके बाद मौके पर जाकर टीम की ओर से कोई सत्यापन नहीं किया जाता था। जिसका परिणाम यह है कि राजधानी में करीब 80 फीसदी मकानों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नदारद है। जिसकी वजह से बारिश का पानी नाले-नालियों के माध्यम से बह जाता है।

200 से 500 वर्गमी। तक के मकान

मामले की गंभीरता को देखते हुए एलडीए की ओर से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सोलर सिस्टम और पौधरोपण अनिवार्य किए जाने संबंधी प्रस्ताव लाया गया था, जिसे पास कर दिया गया था। जिसके बाद एलडीए की ओर से अब स्पष्ट कर दिया गया है कि 200 वर्गमीटर से लेकर 500 वर्गमीटर से बड़े मकानों का नक्शा पास कराने के दौरान आवेदक से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, पौधरोपण और सोलर सिस्टम को लेकर जमानत राशि जमा कराई जाएगी।

45 हजार से 4 लाख तक राशि

एलडीए की ओर से 200 वर्गमीटर से लेकर 500 वर्गमीटर तक के मकानों के लिए तीनों बिंदुओं को लेकर रेट फाइनल कर दिए गए हैैं। जिससे साफ है कि नक्शा पास कराने आने वाले व्यक्ति की जेब पर 45 हजार से लेकर 4 लाख तक का बोझ पड़ सकता है। हालांकि, शर्ते पूरी करने के बाद एलडीए की ओर से उक्त धनराशि वापस भी कर दी जाएगी।

इस वजह से उठाया कदम

इस समय राजधानी के सभी इलाकों में अंडरग्राउंड वॉटर लेवल तेजी से गिर रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए ही एलडीए प्रशासन की ओर से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पौधरोपण को अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही एनर्जी सेविंग के लिए सोलर पैनल को भी लगाया जाना जरूरी कर दिया गया है। जाहिर सी बात है कि जब जमानत धनराशि जमा होगी तो नक्शे के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के द्वारा तीनों ही शर्तों का अनुपालन गंभीरता से किया जाएगा। जिसका फायदा उसके साथ अन्य लोगों को भी मिलेगा।

इस तरह समझें

1-पौधे के लिए जमानत राशि

मकान साइज (वर्गमी.) पौधे जमानत राशि (रु.)

200 2 5 हजार

300 तक 3 10 हजार

500 तक 5 15 हजार

500 से बड़ा 2 (प्रति 100 वर्गमी.) 25 हजार

2-सोलर पैनल के लिए जमानत राशि

मकान साइज (वर्गमी.) जमानत राशि (रु.)

500 तक 20 हजार

1000 तक 50 हजार

5 हजार तक 1 लाख

5000 से अधिक 2 लाख

3-रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

मकान साइज (वर्गमी.) जमानत राशि (रु.)

500 तक 20 हजार

1000 तक 50 हजार

5 हजार तक 1 लाख

5000 से अधिक 2 लाख

पब्लिक को जागरुक किया जाएगा

जमानत धनराशि जमा कराने के साथ ही एलडीए प्रशासन की ओर से नक्शा पास कराने आने वाले लोगों को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पौधरोपण को लेकर जागरूक भी किया जाएगा। जिससे वे लोग दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकें। इसके साथ ही लोगों से यह भी अपील की जाएगी कि स्वेच्छा से खुद ही अपने मकान या प्लॉट में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएं, जिससे बारिश के पानी को बचाया जा सके। वहीं पौधरोपण किए जाने से वायु की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

नई व्यवस्था लागू की जा रही है। हमारा प्रयास यही है कि छोटे से लेकर बड़े मकानों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और सोलर पैनल जरूर लगें। इसके साथ ही पौधरोपण को लेकर भी लोग जागरूक हों।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए