- महान दल का मिला साथ, सुनने और सीखने में प्रियंका का फोकस
- ईडी जांच पर कहा, मुझ पर कोई फर्क नहीं अपना काम कर रही हूं
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LUCKNOW : एक दिन पहले 16 घंटे की मैराथन बैठक के बाद बुधवार को मीडिया से मुखातिब होने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला मुझसे नहीं, राहुल से होगा, राहुल उनसे लड़ रहे हैं। मेरी प्राथमिकता पार्टी संगठन को मजबूत करना है। वहीं जब उनके पति रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ करने का सवाल किया गया तो बोलीं कि, 'ये चीजें चलती रहेंगी, मैं अपना काम करती रहूंगी, मुझे बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता.' वहीं चुनाव लड़ने पर कहा कि 'मैं अभी संगठन के बारे में सीख रही हूं। लोगों की राय सुन रही हूं। आखिर चुनाव कैसे जीता जाए, इस पर ही बात हो रही है.'
महान दल आया कांग्रेस के साथ
वहीं दूसरी ओर बुधवार शाम मीडिया से बातचीत में प्रियंका ने कहा कि महान दल यूपी में लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने जो लक्ष्य दिया है उसके मुताबिक हमें समाज के सभी वर्गो को साथ लेकर चलना है। इसी कड़ी में महान दल से सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की लड़ाई बेहद अहम है और हम इसे मजबूती के साथ लड़ने जा रहे हैं। इस दौरान महान दल के केशव देव मौर्य उनके साथ नजर आए। महान दल पिछले 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के साथ था और उसने पांच और तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। वहीं विधानसभा चुनाव में 14 प्रत्याशी उतारकर 0.11 फीसद वोट हासिल किए थे। पिछले लोकसभा चुनाव में 22,774 वोट मिले थे। इस अवसर पर केशव देव ने पिछड़ों के आरक्षण में भेदभाव को लेकर सपा और बसपा पर निशाना साधा।
फैजाबाद के बाद गोरखपुर की बारी
पार्टी मुख्यालय में प्रियंका गांधी ने बुधवार को फैजाबाद से आए नेताओं के साथ चर्चा की। इस दल के साथ कांगे्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री भी आए थे। वहीं रात 8.30 बजे गोरखपुर से आए नेताओं के साथ प्रियंका की बातचीत होनी है। दूसरी ओर ज्योतिरादित्य भी पश्चिमी उप्र के जिलों के नेताओं के साथ लगातार मंथन कर रहे हैं।
फैक्ट फाइल
- 5.30 बजे सुबह के करीब प्रियंका ने खत्म किया मीटिंग का दौर
- 16 घंटे तक कांग्रेस दफ्तर पर चलता रहा मैराथन बैठकों का दौर
- 12.50 बजे दोपहर को फिर कांग्रेस दफ्तर पर आई प्रियंका गांधी
- 30 से ज्यादा जिलों के नेताओं से मिल चुके हैं प्रियंका और ज्योतिरादित्य
- 41 सीटों पर प्रियंका तो 39 पर ज्योतिरादित्य को दी गयी है जिम्मेदारी