लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग क्वीन मेरी में लगातार दूसरे दिन बड़ी घटना सामने आई है। जहां रेजिडेंट डॉक्टर पर प्रसूता से अभद्रता करने का आरोप लगा है। परिजनों के मुताबिक, देर रात जब प्रसूता को लेकर अस्पताल पहुंचे तो रेजिडेंट डॉक्टर ने न केवल देखने से मना कर दिया बल्कि थप्पड़ मारकर उसे कमरे से बाहर कर दिया। जिसके बाद गैलरी में ही प्रसूता की डिलीवरी हो गई। जिसके बाद आननफानन में जच्चा-बच्चा को भर्ती किया गया। नवजात की हालत गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है, जबकि एक दिन पहले ही इलाज में लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत के आरोप लग चुके हैं। वहीं, अस्पताल प्रशान के मुताबिक, थप्पड़ और धक्का देने की बात गलत है। मामले की जांच की जा रही है।
क्वीन मेरी कर दिया रेफर
लखीमपुर खीरी के मूसेगांव निवासी कौशल किशोर ने बताया कि मंगलवार देर रात उनके बड़े भाई की बहू शांति को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। जिसके बाद तुरंत उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले गये। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत देखते हुए उसे तुरंत लखनऊ के क्वीन मेरी अस्पताल रेफर कर दिया। जिसके बाद किसी तरह देर रात प्रसूता को लेकर वे लखनऊ पहुंचे। क्वीन मेरी पहुंचने पर इमरजेंसी में कोई भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं मिला। वहां ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टर ने देखने के बाद ब्लड का इंतजाम करने और कुछ जांच करने के लिए कहा। जिसके बाद वे जांच के लिए ट्रामा सेंटर चले गये।
धक्का देने की बात गलत
कौशल का आरोप है कि जब महिला ने भर्ती करने की बात कही तो उसे थप्पड़ मारकर बाहर निकाल दिया गया। इस पर महिला का पैर फिसल गया और वह फर्श पर गिर पड़ी और वहीं प्रसव हो गया। जिससे फर्श पर खून भी फैल गया। परिजनों ने तुरंत नवजात को एक कपड़े में लपेट लिया। इसी दौरान एक जूनियर डॉक्टर वहां आई और फोन कर आननफानन में जच्चा-बच्चा को भर्ती किया गया। जहां बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसके साथ ही परिजनों ने गर्भवती से अभद्रता करने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले को लेकर विभागाध्यक्ष प्रो। एसपी जैसवार ने बताया कि धक्का देने की बात गलत है। मामले की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है। जिसकी भी लापरवाही होगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धक्का देने की बात गलत है। मामले की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है। जिसकी भी लापरवाही होगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-प्रो। एसपी जैसवार, एचओडी, क्वीन मेरी