- पूल काउंसिलिंग में आवंटित सीट पर फीस जमा की तो नहीं होगी वापस
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रुष्टयहृह्रङ्ख : बीएड कॉलेज में एडमिशन के लिए चार चरणों की काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब इन डिग्री कॉलेजों की खाली सीटों को भरने के लिए ऑनलाइन पूल काउंसिलिंग के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई।
बकाया फीस न जमा कर पाने वालों को मौका
19 नवंबर से बीएड कॉलेज में एडमिशन के लिए ऑनलाइन काउंसिलिंग शुरू हुई थी। बीएड एडमिशन की स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रो। अमिता वाजपेयी ने बताया कि संयुक्त एडमिशन परीक्षा बीएड-2020-22 की पूल काउंसिलिंग में केवल वही स्टूडेंट्स प्रतिभाग कर सकते हैं, जिन्होंने मुख्य काउंसिलिंग में प्रतिभाग नहीं किया है या फिर प्रतिभाग करने के बाद भी उन्हें कोई सीट आवंटित नहीं हो सकी है। इसके अलावा उन्हें भी मौका मिलेगा जिन्हें सीट तो आवंटित हुई, लेकिन शेष फीस नहीं जमा कर पाए।
आठ नए बीएड महाविद्यालय शामिल
इस बार काउंसिलिंग में आठ नए बीएड डिग्री कॉलेज शामिल किए गए हैं, जिससे 700 सीटें बढ़ गई हैं। चार चरणों की काउंसिलिंग के बाद भी अब तक कुल 1,55,346 सीटें बची हैं। शाम चार बजे तक 3,218 स्टूडेंट्स ने पूल काउंसिलिंग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। पूल काउंसिलिंग में च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया में डिग्री कॉलेज के चयन से पहले स्टूडेंट्स वेबसाइट पर उपलब्ध काउंसिलिंग के निर्देशों को ध्यान से पढ़ लें।
पूल काउंसिलिंग में जमा करनी होगी पूरी फीस
सामान्य काउंसिलिंग की प्रक्रिया में रजिस्ट्रेशन फीस, एडवांस फीस और सीट कन्फर्मेशन फीस देनी होती है, लेकिन पूल काउंसिलिंग में स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन के समय 52 हजार रुपये फीस जमा करनी होगी। इसमें रजिस्ट्रेशन फीस 750 रुपये, डिग्री कॉलेजों की फीस 51250 जमा करनी है। यदि उन्हें कोई डिग्री कॉलेज आवंटित होता है तो यह फीस उन्हें किसी भी दशा में वापस नहीं की जाएगी।