लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से एक तरफ जहां सौ से अधिक पार्कों में ओपन एयर जिम की फैसिलिटी डेवलप की जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ राशि के नक्षत्रों के अनुसार पौधे भी लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत गोमतीनगर से की जाएगी। एलडीए की ओर से इस योजना के इंप्लीमेंटेशन के लिए सभी प्रमुख पार्क चिंहित किए गए हैं। जनेश्वर, लोहिया, नींबू पार्क आदि को भी इसमें शामिल किया गया है। एलडीए टीम की ओर से पार्कों में स्पेस चिंहित करने का काम कर लिया गया है। अब जल्द ही जिम इक्विपमेंट्स के इंस्टॉलेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा।

11 नवंबर को खुलेगा टेंडर

एलडीए द्वारा ईटेंडर से जो आवेदन मांगे गए हैं उनके ऑनलाइन सबमिशन की अंतिम तिथि 10 नवंबर है। 11 नवंबर को टेंडर खुलेगा। खास बात ये है कि इस टेंडर में ज्वॉइंट वेंचरिंग का प्रावधान नहीं है। यानी कि दो कंपनियां संयुक्त उपक्रम के तौर पर आवेदन नहीं कर सकेंगी। जिस पात्र आवेदनकर्ता को यह टेंडर मिलेगा उसे छह माह में चिह्नित पार्कों में न सिर्फ ओपन एयर जिम इक्विप्मेंट्स इंस्टॉल करने होंगे, बल्कि पांच वर्षों तक उनके उचित रखरखाव को भी सुनिश्चित करनी होगी। सभी आवेदनकर्ता एक बार में एक ही आवेदन करना है। एक से ज्यादा आवेदन देने वाले का आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।

स्वास्थ्य का लाभ देने पर फोकस

प्रदेश सरकार का फोकस पार्कों में बेहतर नागरिक सेवाएं उपलब्ध कराकर जनता को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना है। माना जा रहा है कि इस क्रम में प्रदेश सरकार का फोकस 500 पार्कों में इस सुविधा को जल्द पूरा करने पर है और इसी क्रम में 100 पार्कों में अगले छह महीने के अंदर ओपन एयर जिम की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

इस तरह राशि अनुसार लगेंगे पौधे

मेष राशि के तीन नक्षत्र अश्विनी, भरणी एवं कृतिका हैं। इसमें अश्विनी के लिए कुचीला, भरणी के लिए आंवला तथा कृतिका नक्षत्र के प्रतीक स्वरूप गूलर का पौधा लगाया जाएगा। इस तरह से पार्कों में जामुन, खैर, शीशम, बांस, पीपल, नागकेश्वर, वट, पलाश, पाकड़, रीठा, बेल, अर्जुन, मैलश्री, चीड़, मदार, शमी, कदम, आम, नीम व महुआ आदि प्रजाति के पौधे लगाकर पेड़ तैयार किये जाएंगे। ज्यादातर पौधे नक्षत्रों के आधार पर लगाए जाएंगे।

पार्कों में सुविधाओं को डेवलप करने संबंधी योजना तैयार कर ली गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही डेवलपमेंट संबंधी कदम उठाए जाएंगे। जो वाटिकाएं स्थापित की जाएंगी, उनमें नक्षत्रों के आधार पर पौधे लगाए जाएंगेे। जिसका लाभ पार्कों में आने वाले लोगों को मिले।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए