लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई का हेपेटोलॉजी विभाग अब लिवर रोग को लेकर सुपर स्पेशलिस्ट्स तैयार करेगा। इसके लिए संस्थान को डीएम कोर्स के लिए चार सीटों की मान्यता मिली है। नए सत्र से इसमें पढ़ाई शुरू हो जाएगी। ऐसे में संस्थान में सीनियर रेजिडेंट आने से मरीजों के उपचार में और सहूलियत मिलेगी। साथ ही अधिक मरीजों को देखा और उनको ट्रीट किया जा सकेगा।
तैयार होंगे लिवर के सुपर स्पेशलिस्ट
खराब लाइफस्टाइल के चलते लोगों में लिवर संबंधी समस्याएं बढ़ने लगी हैं। खासतौर पर फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस की समस्या बढ़ती जा रही है। हेपेटोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ। अमित गोयल के मुताबिक, संस्थान में प्रदेश का पहला हेपेटोलॉजी विभाग की शुरुआत आज से करीब तीन वर्ष पूर्व हुई थी। इस समय विभाग में चार डॉक्टर हैं। इस विभाग में लिवर के मरीजों को इलाज मिल रहा है। उन्होंने बताया कि डीएम कोर्स शुरू होने से लिवर से जुड़ी बीमारियों के नए डॉक्टर तैयार होंगे। इससे आने वाले समय में हेपेटाइटिस बी व सी, फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस समेत लिवर से जुड़ी बीमारियों के मरीजों का इलाज आसान होगा।
रेजिडेंट्स आने से बढ़ेंगे ओपीडी के दिन
डॉ। अमित गोयल ने बताया कि मौजूदा समय में लिवर मरीजों की दो दिन सोमवार और शुक्रवार को ओपीडी चल रही है। डीएम कोर्स शुरू होने पर ओपीडी के दिनों में इजाफा किया जाएगा। इससे ज्यादा मरीजों को सलाह मिलेगी। इस समय हर ओपीडी में करीब 100 से अधिक मरीज लिवर की बीमारियों के आ रहे हैं। इसके अलावा जल्द ही संस्थान में हेपेटोलॉजी, मेडिकल टेक्नोलॉजी कॉलेज में नए कोर्स और डायलिसिस में डिप्लोमा समेत कई अन्य नए कोर्स भी शुरू किये जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक एक्सपर्ट को तैयार किया जा सके।