लखनऊ (ब्यूरो)। ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बावजूद राजधानी में रांग साइड वाहनों को दौड़ाया जा रहा है। ओवरब्रिज समेत भीड़भाड़ वाले एरिया में इनकी संख्या में दोगुनी हो जाती है। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में ट्रैफिक पुलिस ने 63 हजार चालान किए गए हैं, यानि हर दिन औसतन 172 और हर एक 7 मिनट में रांग साइड वाहनों को दौड़ाकर ट्रैफिक नियमों का रूल तोड़ा जा रहा है। जिसकी वजह से रांग साइड दूसरे वाहन चालकों के लिए जानलेवा बन रहा है।

केस-1

दिसंबर 2023 को अवध चौराहे के पास रांग साइड से गुजर रही एक तेज रफ्तार कार ने पुलिसकर्मी को उड़ा दिया था। हादसे में पुलिसकर्मी अमित कंधा फैक्चर हो गया था।

केस-2

अगस्त 2023 को इंदिरानगर नहर के पास रांग साइड से जा रही डंपर अनियंत्रित हो गई और कार, ई-रिक्शा व रोड क्रास कर रही एक युवती को टक्कर मार दी, जिससे युवती की मौत हो गई थी।

केस-3

नवंबर-2023 को बुद्धेश्वर चौराहे के पास रांग साइड से गुजर रहे ट्रक ने बाइक सवार युवक को टककर मार दी थी, जिसके बाद युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई।

इन जगहों पर सबसे अधिक चालान

सिटी के अलग-अलग एरिया में आए दिन रांग साइड वाहनों का खौफ देखने को मिलता है, जिससे अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इससे निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाए हैं, बावजूद इसके वाहन चालक शार्टकट मारने के चक्कर में ट्रैफिक रूल्स को तोड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा सिंकदरबाग चौराहे से निशातगंज, 5 केडी चौराहे से जियामऊ, 5 केडी से हजरतगंज, गर्वनर हाउस चौराहे से नरही आदि जगहों पर ज्यादा चालान काटे गए हैं।

अबतक 63 हजार चालान

ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले चालकों पर आए दिन कार्रवाई की जाती है। इसमें रांग साइड, नो एंट्री, ड्राइविंग के समय मोबाइल पर बात करना, ट्रिपलिंग आदि अफेंस शामिल है। साथ ही तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए आए दिन अलग-अलग जगहों पर चेकिंग की जाती है, ताकि ट्रैफिक रूल्स को तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा सके। आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में 40 हजार चालान रांग साइड समेत अन्य अफेंस में लगभग 3.50 लाख वाहनों का चालान काटा गया है।

सिर्फ 30 परसेंट ही भुगतान

ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि चालान जनरेट होने के बाद से अधिकतर लोग भुगतान नहीं करते हैं, जिस वजह से चालानों की संख्या की लंबी लिस्ट कतार में लग जाती है। अधिकारियों ने बताया कि चालान कटने के बाद महज 30 परसेंट ही भुगतान किया जाता है, जबकि 70 परसेंट चालानों के भुगतान पेंडिंग रह जाते हैं। ट्रैफिक एडीसीपी अजय कुमार के मुताबिक, रांग साइड से दौड़ने वाले वाहनों पर लगातार लगाम कसा जा रहा है।

ये भी जान लीजिए

रांग साइड 63,076

नो पार्किंग 65,000

सीट बेल्ट 7,377

ट्रिपलिंग 25,977

उल्लंघन 48,007

विदआउट पीयूसी 3,007