लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के कई इलाकों में गहराए बिजली संकट में आंशिक राहत तो देखने को मिली, लेकिन कई इलाकों में रात में होने वाली ट्रिपिंग बदस्तूर जारी रही। जिसकी वजह से उपभोक्ताओं की नींद में खलल भी पड़ा। फिलहाल 22 जून तक प्लांड शटडाउन पर रोक लगा दी गई है, इससे साफ है कि उपभोक्ताओं को अब दिन में बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इन इलाकों में था संकट

पिछले दो दिन से कमता पावर हाउस के अंतर्गत आने वाले कई इलाकों जैसे इस्माइलगंज गांव, वासुदेव नगर, कल्याणी विहार, स्वप्नलोक कॉलोनी में बिजली संकट गहरा गया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने कमता पावर हाउस में जमकर प्रदर्शन भी किया था। हालांकि, जिस फॉल्ट की वजह से इन इलाकों में बिजली संकट आया था, अब उसे दूर कर लिया गया है। जिसके बाद फिलहाल अब स्थिति सामान्य है। हालांकि, बीच-बीच में ट्रिपिंग की समस्या सामने आ रही है। इसी तरह फैजुल्लागंज के अंतर्गत भी कई इलाकों में बिजली संकट था, जो फिलहाल दूर हो गया है। इन इलाकों में बिजली संकट होने के कारण पेयजल संकट भी गहरा गया है।

यहां भी आंख मिचौली

राजधानी के कई और भी इलाके ऐसे हैैं, जहां ट्रिपिंग की समस्या देखने को मिल रही है। इन इलाकों में मुख्य रूप से जानकीपुरम, शारदा नगर, आलमबाग इत्यादि शामिल हैैं। इन इलाकों में रहने वाले लोगों की माने तो रात 11 बजे के बाद से ट्रिपिंग की समस्या सामने आती है। यह क्रम करीब दो से तीन घंटे तक चलता है। जिसकी वजह से नींद में खलल पड़ता है। वहीं, कई इलाकों में लो वोल्टेज की भी समस्या है। जिसकी वजह से लोगों को घरों में रखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के फुंकने का खतरा मंडरा रहा है।

ट्रांसफार्मर्स की चेकिंग

बिजली विभाग की ओर से फिलहाल ट्रांसफार्मर्स की चेकिंग शुरू करा दी गई है। उन इलाकों के ट्रांसफार्मर को विशेष रूप से चेक किया जा रहा है, जहां ट्रिपिंग या लो वोल्टेज की समस्या सामने आती है। भीषण गर्मी के कारण इस समय सभी सबस्टेशनों पर लोड बढ़ा है, इसकी वजह से लाइन ब्रेक हो रही है साथ ही ट्रांसफार्मर भी ओवरहीट हो रहे हैैं। परिणामस्वरूप लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।

शटडाउन पर रोक से राहत

पावर कारपोरेशन के निर्देश पर 22 जून तक प्लांड शटडाउन पर रोक लगा दी गई है। इसका सीधा फायदा यह है कि जिन इलाकों में बिजली मेंटीनेंस किया जाना था, वहां की जनता को अब दिन में बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। दरअसल, दो से तीन घंटे तक का शटडाउन लिए जाने के कारण लोगों को दिन में बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था। जिसकी वजह से उनकी मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाती थीं। वहीं दूसरी तरफ, मध्यांचल डिस्कॉम के वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार सबस्टेशनों का निरीक्षण करके लोड चेक करवा रहे हैैं। अगर उन्हें किसी एरिया में अधिक लोड नजर आ रहा है, तो तत्काल लोड बैलेंसिंग कराई जा रही है, जिससे ट्रिपिंग की समस्या सामने न आए।

तीन गुना बढ़ा है लोड

वर्तमान समय में तापमान में वृद्धि के साथ ही उपभोक्ताओं के लोड में दो से तीन गुना तक वृद्धि देखने को मिल रही है। प्रदेश में बिजली की मांग 27 हजार मेगावाट से अधिक पहुंच गई है। हालांकि, मांग के अनुरूप ही बिजली सप्लाई की जा रही है। इसके बावजूद ट्रिपिंग की समस्या सामने आ रही है। रात 12 बजे के बाद लोड में अधिक उछाल देखने को मिलता है। जो लाइन लॉस वाले फीडर चिन्हित किए गए हैैं, वहां भी बिजली चोरों की वजह से लोड बढ़ रहा है। कई इलाकों में तो बिजली चोरी लगभग बंद हो गई है, लेकिन तीन से चार फीडर ऐसे हैैं, जहां बिजली लोड अधिक देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से इन इलाकों में ट्रिपिंग की समस्या देखने को मिल रही है। मार्निंग रेड के माध्यम से बिजली चोरों को पकडऩे का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही जिन घरों में मीटर नहीं लगे हैैं, उन्हें भी चिन्हित कराया जा रहा है, जिससे इन घरों में होने वाली बिजली चोरी को रोका जा सके। अभी तक 100 से अधिक घरों में मीटर लगाने का काम किया गया है।