लखनऊ (ब्यूरो)। अब थाने में आने वाले फरियादियों व पीड़ितों की रजिस्टर में इंट्री की जाएगी ताकि शिकायत न दर्ज करने के आरोप पर पुलिस अफसरों को गुमराह न कर सके। लगातार राजधानी पुलिस की लापरवाही को देखते हुए पुलिस की वर्किंग में कई बदलाव करने की तैयारी है। इस क्रम में थाना स्तर से इसे शुरू किया जाना है। इसके लिए जेसीपी लॉ एंड आर्डर प्रस्ताव तैयार कर पुलिस कमिश्नर के सामने रखेंगे। उनकी मोहर लगने के बाद इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा।

अफसरों के ऑफिस में पहले से व्यवस्था

पुलिस कमिश्नर, जेसीपी और डीसीपी रैक के अफसरों के ऑफिस में यह व्यवस्था पहले से चल रही है। यहां आने वाले फरियादियों व शिकायतकर्ताओं की रजिस्टर में इंट्री होने के साथ आने का कारण भी लिखा जाता है। थाना स्तर पर यह व्यवस्था नहीं है। जिससे कई बार अफसरों से जब कंप्लेन की जाती है कि पीड़ित को सुनवाई की जगह थाने में चक्कर लगवाए जाते हैं तो जांच में कोई मजबूत साक्ष्य नहीं मिल पाते थे। जिसके थाना प्रभारियों व दोषी पुलिसकर्मियों पर एक्शन नहीं हो पाता था। राजधानी में एक दशक पहले थाने में आने वाले की पूरी डिटेल रजिस्टर में इंट्री करने की व्यवस्था थी लेकिन धीरे-धीरे इस खत्म कर दिया गया।

पुलिस कमिश्नर की मंजूरी का इंतजार

जेसीपी लॉ एंड आर्डर अमित वर्मा ने बताया कि सिस्टम को सुधारने के लिए इस व्यवस्था के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर पुलिस कमिश्नर के सामने रखा जाएगा। उनका निर्देश मिलने के बाद ही कमिश्नर के सभी थानों में पीड़ित के थाने आने पर उनकी डिटेल, मोबाइल नंबर और कंप्लेन को रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। इस रजिस्टर की जांच समय-समय पर एसीपी स्तर के अफसरों से कराई जाएगी।