लखनऊ (ब्यूरो)। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बीते दिनों स्पेशल इंट्रेस्ट ग्रुप की बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए है कि राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में जिस तरह कैंसर के इलाज की सुविधा बढ़ाई गयी है, उसी तरह से अन्य जिला अस्पतालों को चिन्हित किया जाए। जहा पर्याप्त संसाधन हैं। इन संसाधन युक्त अस्पतालों में कैंसर विशेषज्ञ की तैनाती कर कैंसर का इलाज शुरू किया जाए। इसके अलावा शीघ्र स्क्रीनिंग से कैंसर की रोकथाम से जुड़ी योजनाओं का भी लाभ उठाया जाए।
मरीजों को मिल रही सुविधा
बलरामपुर अस्पताल में बीते साल अगस्त में कैंसर ओपीडी की सेवा शुरू की गई थी। इस ओपीडी में रोज सौ से अधिक मरीज आते हैं। जिसमें 4 से 5 मरीजों को कीमोथेरेपी की जरूरत होती है। यह प्रदेश का एकमात्र जिला अस्पताल है जहां कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध है। जिसके बाद इसे नोडल सेंटर बनाया गया है। सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में कैंसर वार्ड के सात बेड हैं, जो हमेशा फुल रहते हैं। मरीजों को सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रमुख सचिव ने हर मदद का आश्वासन दिया है।