- पांच नए कोर्सेस को भी यूनिवर्सिटी ने किया पास
- 80 कर्मचारियों को मिली नियमित सैलरी का लाभ
- एलयू में डिस्टेंस मोड में बीएड को मिली हरी झंडी
- एलयू की कार्यपरिषद ने लगाई कोर्स पर मोहर
LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में अब डिस्टेंस लर्निग से बीएड की पढ़ाई कराई जाएगी। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजूकेशन (एनसीटीई) से मंजूरी मिलने के बाद यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस लर्निग से बीएड के साथ ही बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजूकेशन, बीए-बीएड, बीएससी-एमएड इंटीग्रेटेड प्रोग्राम, बीएड पार्ट टाइम प्रोग्राम ऑफ थ्री ईयर कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। यह सभी पांच कोर्स एलयू में एजुकेशन डिपार्टमेंट के अधीन चलाए जाएंगे। सैटरडे को एलयू वाइस चांसलर प्रो। एसबी निमसे की अध्यक्षता में ऑर्गनाइज हुई कार्य परिषद की बैठक में इस पर मंजूरी प्रदान कर दी गई। इसके अलावा अब बैचेलर ऑफ एलिमेंट्री एजुकेशन, बैचेलर ऑफ एजुकेशन, बैचेलर ऑफ फीजिकल एजुकेशन और मास्टर ऑफ एजुकेशन की एफिलियेशन यूनिवर्सिटी प्रदान करेगी।
तीन कॉलेजों से हटा प्रतिबंध
इसके अलावा कार्य परिषद ने राजधानी के तीन कॉलेजों पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है। उन्हें अस्थाई सम्बद्धता प्रदान की गई है। इसके तहत सूर्या कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट को बीबीए और बीसीए, वनस्थली ज्ञानपीठ गर्ल्स डिग्री कॉलेज को बीए व बीकॉम और अकबरी बेगम लॉ कॉलेज को एलएलबी थ्री इयर व फाइव इयर की सम्बद्धता दी गई है। पिछली कार्य परिषद की बैठक में प्रस्ताव न मिलने के कारण छह कॉलेजो में इस सेशन के लिए एडमिशन पर रोक लगा दी गई थी। इसमें इन तीन कॉलेजों के मैनेजमेंट ने एलयू कोभरोसा दिलाया कि वह सारी कमियों को पूर्ण कर लेंगे। कॉलेजों की ओर से कमियों को पूरा करने के बाद ही इन्हें मान्यता दी गई है।
तीन कॉलेजों के कोर्सेज को मिली मान्यता
परिषद में चार कॉलेजों को विभिन्न कोर्सेज की अस्थाई मान्यता भी दे दी गई। कार्य परिषद की बैठक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला पीजी कॉलेज में बीए, बीएससी, बीकॉम, एम अर्थशास्त्र, एमए समाजशास्त्र, एमए एआईएच और एमए गृह विज्ञान विषयों की अस्थायी सम्बद्धता दी गई है। वहीं पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महिला विद्यालय में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए अर्थशास्त्र, एमए समाजशास्त्र, एमए इतिहास और एमए गृहविज्ञान विषयों की अस्थायी मान्यता प्रदान की। चरक इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन को सेल्फ फाइनेंस आधार पर बीएससी की मान्यता दी गई।
बीपीएड और सीबीसीएस को मंजूरी
एलयू के कॉलेजों में बीपीएड में सेमेस्टर की जगह वार्षिक परीक्षा होगी। कार्यपरिषद ने इस पर मोहर लगाते हुए यहां च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू करने पर सहमति जताई। बीपीएड की पढ़ाई एनसीटीई के मॉडर्न सिलेबस के आधार पर होगी। इससे पहले शुक्रवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बीपीएड के सिलेबस और पैटर्न पर मोहर लगाई जा चुकी है। इसके अलावा बैठक में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के ऑर्डिनेंस को भी मंजूर कर लिया गया। वहीं कार्य परिषद ने एलयू के 80 कर्मचारियों को नियमित वेतनमान पर रखने की मंजूरी प्रदान कर दी है।
कार्य परिषद में जितने भी प्रस्ताव रखे गए थे, परिषद ने सभी को मंजूरी प्रदान कर दी है।
- प्रो। एनके पांडे,
प्रवक्ता, एलयू