लखनऊ (ब्यूरो)। बस कुछ दिन का इंतजार, फिर आपको दिल्ली, मुंबई की तर्ज पर राजधानी लखनऊ में भी 35 से 40 फ्लोर ऊंचे होटल नजर आएंगे। जबकि अभी तक इस दिशा में सोचना एक कल्पना मात्र था। अब यह कल्पना हकीकत में तब्दील होने जा रही है। एलडीए की ओर से इस दिशा में तैयारियां भी तेज कर दी गई हैैं। एक बात यह भी साफ है कि जब होटल इंडस्ट्री में बूम आएगा तो इसका सीधा असर टूरिज्म सेक्टर को भी मिलेगा और राजधानी घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिलेगा।

बिल्डिंग बाइलॉज में परिवर्तन
होटल के लिए बिल्डिंग बाइलॉज में परिवर्तन होने के बाद इसका सीधा फायदा यह होगा कि राजधानी में भी बड़े-बड़े होटल्स की चेन खुल सकेगी। अभी तक नियम कानूनों की वजह से होटल खुलने में खासी समस्या सामने आती है। एक तो फ्लोर एरिया रेशियो का इश्यू सामने आता था, वहीं दूसरी तरफ 12 मीटर चौड़ी रोड संबंधी मामला भी फंस जाता था। जिसकी वजह से नए होटल्स नहीं खुल पा रहे थे। बिल्डिंग बाइलॉज में परिवर्तन के बाद अब 35 से 40 फ्लोर तक के होटल्स खुल सकेंगे।

फ्लोर एरिया रेशियो में राहत
प्राधिकरण की ओर से फ्लोर एरिया रेशियो में भी राहत दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा पांच फ्लोर एरिया रेशियो संबंधी नियम लागू किया जाएगा। जिसके बाद इस नियम के आधार पर राजधानी में भी गगनचुंबी होटल्स का निर्माण कराया जा सकेगा। इसके साथ ही नौ मीटर रोड संबंधी राहत मिलने से नए होटल्स के निर्माण में और तेजी देखने को मिलेगी। अभी तक 12 मीटर संबंधी नियम होने से मामला फंस जाता था।

अब ये फायदे होंगे
1-नए नए होटल्स के निर्माण में आसानी
2-नए एरियाज में खोले जा सकेंगे होटल्स
3-पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
4-पर्यटकों के हिसाब से बजट फ्रेंडली होटल्स
5-नियमों में नहीं उलझेंगे होटल निर्माता

लंबे समय से जरूरत
इस दिशा में लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी। कई बार प्राधिकरण की ओर से होटल इंडस्ट्री को लेकर कदम आगे बढ़ाए गए लेकिन बिल्डिंग बाइलॉज की वजह से मामला आगे नहीं बढ़ सका। अब प्राधिकरण की ओर से अपने स्तर से इस इंडस्ट्री को आगे की तरफ ले जाया जा सकेगा। जब नए होटल्स बनेंगे तो साफ है कि प्राधिकरण व अन्य विभागों को रेवेन्यू संबंधी लाभ भी होगा।

यह बात सही है कि अब राजधानी में भी 40 फ्लोर तक के होटल बनवाए जा सकेंगे। इसका सीधा फायदा होटल इंडस्ट्री को मिलेगा साथ ही पर्यटन को भी इससे बढ़ावा मिलेगा।
- डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए