लखनऊ (ब्यूरो)। डीएम ने बताया कि तहसील मलिहाबाद में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में 117 मामले आए, जिसमें 30 मामलों का निस्तारण मौके पर दिया गया। शेष मामलों के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि तहसील सदर में 68, बीकेटी में 202 में से तीन, तहसील मोहनलालगंज में 192 में से चार तथा तहसील सरोजनीनगर में 123 में से 10 मामलों का मौके पर निस्तारण किया गया।
इनका निस्तारण प्राथमिकता पर हो
डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों, कानूनगो और लेखपालों संग समीक्षा बैठक की। डीएम ने बताया कि वरासत, नामांतरण व पैमाइश के प्रकरणों का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाएगा। पैमाइश से संबंधित जितने भी वाद समाधान दिवस में आए हैं, उन सब को आज ही दाखिल कराएं। आपत्तियों के निस्तारण के बाद अधिकतम तीन माह के अंदर पक्की पैमाइश करना सुनिश्चित करें।
भूमाफियाओं पर कड़ा एक्शन
डीएम ने बताया कि भू माफियाओं को संरक्षण देने वालों पर कड़ा एक्शन होगा। कोर्ट के आदेशों का अनुपालन न होने के क्रम में संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। डीएम ने सभी लेखपालों को निर्देश दिए हैैं कि सभी लेखपाल एक दिन एक गांव में 2 घंटे बैठेंगे।
मंडलायुक्त ने भी सुनी समस्याएं
मंडलायुक्त डा। रोशन जैकब की अध्यक्षता में तहसील सदर में संपूर्ण समाधान दिवस हुआ। उन्होंने फरियादियों की समस्याएं सुनीं और उन्हें तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी जनता की इन शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह में हो। संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच करेंं और यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायत कर्ता संतुष्ट नहीं है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो संबंधित पर एक्शन लिया जाएगा।