लखनऊ (ब्यूरो)। शारदीय नवरात्र को लेकर राजधानी की 120 से भी अधिक दुर्गा पूजा समितियों की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। इसबार राम मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, वेटिकन सिटी आदि का विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए खासतौर पर बंगाल से कारीगरों को बुलाया गया है। वहीं, ढाक-धुनुचि कलाकार भी खासतौर पर कोलकाता आदि जगहों से बुलाये गये हैं। इसबार नवरात्र पर पंडालों का विहंगम स्वरूप देखने को मिलेगा।

राम मंदिर और अक्षरधाम की दिखेगी झलक

सहारा स्टेट में इसबार भव्य आयोजन किया जा रहा है। कमेटी के अध्यक्ष सौरव बंदोपाध्याय ने बताया कि इसबार बंगाल से आये कारगरों द्वारा अयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर पंडाल तैयार कराया जा रहा है। जोकि की करीब 70 बाय 70 स्कवायर फीट में बनाया जा रहा है। मां की प्रतिमा भी बंगाल के कारीगरों द्वारा तैयार की गई है, जबकि रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। वहीं, दयालबाग के पास अक्षरधाम मंदिर के तर्ज पर पंडाल तैयार किया जा रहा है। पंडाल तैयार कर रहे असीम मतिया ने बताया कि यहां पंडाल काफी विशाल तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए खासतौर पर कोलकाता से कारीगर आये हैं। पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

मिट्टी के गहने पहनेंगी मां

वहीं, इसबार गुरु गोविंद सिंह मार्ग स्थित मॉडल हाउस पार्क की दुर्गा पूजा कमेटी अपना गोल्डन जुबली वर्ष मना रही है। कमेटी के विनोद तिवारी डालू ने बनाया कि इसबार पंडाल वेटिकन सिटी के तर्ज पर तैयार कराया जा रहा है, जबकि मां की 15 फुट की प्रतिमा को मेदिनापुर के कारीगरों द्वारा तैयार की गई है। मां के परिधान व जेवर आदि को मिट्टी से ही तैयार कराया गया है।

ग्रामीण अंचल की मिलेगी झलक

ट्रांसगोमती दशहरा एवं दुर्गा पूजा समिति के तुहिन बनर्जी ने बताया कि इसबार पंडाल में बंगाल के ग्रामीण अंचल की झलक देखने को मिलेगी। हमारे यहां पारंपरिक तरीके से पर्व मनाया जाता है। पंडाल का काम आखिरी दौर में चल रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ढाक-धुनुचि कलाकार भी बुलाये गये हैं। मां की 12 फिट ऊंची प्रतिमा को वाराणसी से खासतौर पर मंगवाई गई मिट्टी से तैयार कराई जा रही है। वहीं, बंगाली क्लब के अध्यक्ष अरुण बनर्जी के मुताबिक, मां की मूर्ति केमिकल रहित तैयार कराई जाती है, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। इसके अलावा, भूतनाथ, स्पोर्ट्स क्लब, अलीगंज, विद्यांत कॉलेज, आनंद नगर आदि जगहों पर भी दुर्गा पूजा कमेटियों द्वारा दुर्गा पंडाल तैयार करावाये जा रहे हैं।

मूर्तियों को देर रहे अंतिम रूप

वहीं, विभिन्न दुर्गा पंडालों में विराजित होने के लिए मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राजधानी में खासतौर पर रवींद्रपल्ली और तालकटोरा आदि जगहों पर मां की प्रतिमा कारीगरों द्वारा तैयार की जा रही है। मूर्तिकार निलॉय बताते हैं कि मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अधिकतर मूर्तियां मिट्टी से ही तैयार की जाती हैं। लोग हर साइज की मूर्ति की डिमांड कर रहे हैं। इसबार महंगाई भी अधिक है, पर लोग बड़ी संख्या में डिमांड कर रहे हैं।