लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के स्कूल, कॉलेज या अन्य एजुकेशनल इंस्ट्टीयूट्स में छात्र-छात्राओं की संदिग्ध हालातों में मौत के बढ़ते मामलों ने न सिर्फ पैरेंट्स बल्कि प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें से अधिकतर मामले पुलिस की फाइलों में दबकर रह जाते हैं और अनसुलझे ही रहते हैं। अब राजधानी में एक और मामला सामने आया है। इस बार एरा मेडिकल कॉलेज परिसर में एमबीबीएस बिल्डिंग की छठे मंजिल से संदिग्ध हालात में गिरकर छात्र आर्यन सिंह (20) की गुरुवार को मौत हो गई। हालांकि, अबतक मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है।

टहलने के दौरान गिरा नीचे

मूलरूप से हरदोई के बिलग्र्राम का रहने वाला आर्यन एरा मेडिकल कॉलेज से बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (बीपीटी) फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था। आर्यन के पिता ने कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे वह कॉलेज की एमबीबीएस बिल्डिंग की छठी मंजिल से अचानक नीचे गिर गया। आर्यन को खून से सना देख परिसर में अफरा-तफरी मच गई। उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बेटा नहीं कर सकता सुसाइड

घटना की सूचना पर ठाकुरगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आर्यन के घरवालों को घटना की जानकारी दी। पुलिस जांच में सामने आया कि आर्यन के पिता अनुज सिंह की बिलग्राम में सबमर्सिबल की दुकान है। पिता अनुज सिंह ने बताया कि बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। बुधवार रात बेटे से फोन पर बात हुई थी। सब सामान्य था। फिर ऐसा क्या हुआ कि बेटे की इमारत से गिरकर मौत हो गई। बेटा बीपीटी का छात्र था तो वह एमबीबीएस बिल्डिंग में कैसे पहुंचा? पूरे मामले में कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही है। उन्होंने जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि चार भाई-बहनों में आर्यन दूसरे नंबर का था।

कई दिनों से चल रहा था परेशान

कॉलेज सुरक्षाधिकारी नजाकत ने बताया कि आर्यन बाहर कहीं किराए पर कमरा लेकर रहता था। गुरुवार को कॉलेज में अवकाश था। आर्यन कुछ परेशान चल रहा था। आशंका है कि उसने आत्महत्या की है। पुुलिस जांच में सामने आया कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां ग्रिल की ऊंचाई लगभग दो फीट से भी ज्यादा है। ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है अचानक आर्यन नीचे नहीं गिर सकता है। शक है कि आर्यन से सुसाइड किया हो। वहीं, ठाकुरगंज थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पोस्टमार्टम न कराने पर अड़े परिजन

पोस्टमार्टम हाउस में आर्यन का शव देखकर परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। परिजनों का कहना था कि वे बेटे का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। काफी हंगामे के बाद पुलिस के समझाने पर परिजन पोस्टमार्टम को राजी हुए।

अनसुलझे रह गए ये केस

केस-1

अप्रैल 2015 को लामार्ट्स के छात्र राहुल श्रीधर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। गौतमपल्ली थाने में हत्या की एफआइआर दर्ज हुई थी, लेकिन पुलिस ने इसे हादसा बताकर अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी। परिवारजन ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी। न्यायालय के आदेश पर एसआइटी का गठन किया गया और जांच शुरू की गई। हालांकि, इसका नतीजा नहीं निकला और केस बंद कर दिया गया। पुलिस की कार्यशैली से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं हो पाया और न्याय की आस छोड़ दी।

केस-2

जनवरी 2023 की रात प्रिया की एसआर स्कूल रहस्यमय हालात में मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर, पैर व हाथ की हड्डियां टूटी हुई मिली थीं। कॉलेज प्रबंधन ने टहलते हुए गिरने की बात कही थी। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पांचवी मंजिल से गिरने की पुष्टि हुई। पर पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई।