- डॉ। कफील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सांसद व पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
- कहा, गोली लगने के बाद पुलिस ने की मारने की कोशिश
- एएसपी व सीओ को सस्पेंड करने की मांग
LUCKNOW :
'बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान व उनके पार्टनर सतीश नागरिया ने मेरे भाई काशिफ पर जानलेवा हमला कराया है, इसमें नोमान और निकहत आरा भी शामिल हैं। उन्हें तुरंत अरेस्ट किया जाए' यह कहना है डॉ। कफील का। उन्होंने गोरखपुर के एडिशनल एसपी सिटी व सीओ गोरखनाथ पर भी हमला बोला। कहा, गोली लगने के बाद इन दोनों पुलिस अधिकारियों ने मेरे भाई का इलाज नहीं होने दिया और उसे मारने की कोशिश की, इसलिए दोनों अफसरों को तुरंत सस्पेंड किया जाए और मामले की जांच सीबीआई या फिर हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए।
चार घंटे तक नहीं होने दिया इलाज
प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब डॉ। कफील ने बताया कि गोली लगने के बाद काशिफ ने खुद ही पुलिस को फोन कर खुद के साथ हुई घटना की सूचना दी और खुद नजदीक के प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचा। लेकिन, वहां डॉक्टर्स ने पुलिस केस होने की वजह से इलाज से इंकार कर दिया। इसी बीच वे खुद हॉस्पिटल पहुंचे और काशिफ को एंबुलेंस में लेकर स्टार हॉस्पिटल के लिये रवाना हुए। लेकिन, स्टार हॉस्पिटल पहुंचने पर एएसपी विनय कुमार सिंह और सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह आ पहुंचे और बिना मेडिकोलीगल कराये इलाज करने से रोक दिया। पुलिस के दबाव बनाने पर वे लोग घायल काशिफ को लेकर सदर स्थित जिला अस्पताल पहुंचे। वहां मेडिकोलीगल होने के बाद सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह के पास कॉल आई और उसके बाद वे मेडिकल कॉलेज में उसका मेडिकोलीगल कराने पर अड़ गए। उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने कहा कि मेडिकोलीगल तो हो चुका है, अब इसकी जरूरत नहीं। यह सब करने में चार घंटे गुजर गए। आखिरकार रात तीन बजे काशिफ की गर्दन में फंसी गोली का ऑपरेशन शुरू हो सका।
जमीन को लेकर है विवाद
डॉ.कफील ने कहा मेरे भाई की सांसद से सीधी कोई दुश्मनी नहीं है। मेरे मामू की रुस्तमपुर में बेशकीमती 50 हजार स्क्वायर फीट जमीन है। सांसद और उनके लोगों की नजर उस जमीन पर है। इसे लेकर फरवरी में हुए विवाद में उनके खिलाफ भी एफआईआर थी। उनको हाईकोर्ट से जमानत भी करवानी पड़ी। मेरा भाई मामा के लड़के के साथ रहता है।
'राहुल की चिट्ठी मिलने के बाद रच रहे साजिश'
बांसगांव के भाजपा सांसद कमलेश पासवान ने कहा कि डॉ कफील मुझे फंसाने की साजिश रच रहे हैं। राजनीतिक साजिश के तहत वह अपने भाई काशिफ जमील पर हुए जानलेवा हमले में मेरा और मेरे दोस्तों का नाम घसीट रहे हैं। उन्हें जिस एजेंसी पर भरोसा हो उससे मेरी भूमिका की जांच करा लें। भाजपा सांसद ने गोरखपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि घटना के बाद वह खुद हॉस्पिटल पहुंचे थे। पुलिस के पूछने पर उन्होंने हमलावरों के बारे में नहीं बताया। राहुल गांधी की चिट्ठी मिलने के बाद राजनीतिक साजिश के तहत इस प्रकरण में मेरा और मेरे दोस्तों का नाम उछाल दिया गया। इससे पहले भी विरोधियों को फंसाने के लिए काशिफ जमील अपने पर खुद गोली चलवा चुके हैं। गोरखपुर में भेद खुल जाता इसलिए डॉ। कफील लखनऊ जाकर झूठा बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री से संबंध पर वायरल डॉ। कफील के वीडियो पर उन्होंने कहा, योगी जी गुरु हैं और मैं शिष्य। योगी का आशीर्वाद हम लोगों के सिर पर हमेशा रहता है। घटना का पर्दाफाश होने के बाद मानहानि का मुकदमा करूंगा।