लखनऊ (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव को देखते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने ऑपरेशन क्लिन चलाकर गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। 10 मई तक लखनऊ पुलिस ने शहर में 27 हजार लोगों को पाबंद किया, जबकि 331 अभियुक्तों के विरुद्ध गुंडा एक्ट की रिपोर्ट भेज कर कोर्ट से उनके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई कर रही है। जबकि 156 पर गैैंगेंस्टर की कार्रवाई की है।
15 हजार वारंटी सलाखों के पीछे
लखनऊ पुलिस अब तक 15 हजार से ज्यादा वारंटियों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। कई केस में वारंट होने के बाद भी अभियुक्त हाजिर नहीं हो रहे थे। उनकी गिरफ्तारी कर उन्हें दोबारा जेल भेजा गया। वहीं 9 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ पुलिस ने 151,107 और 116 की कार्रवाई कर उन्हें पाबंद किया है। वहीं 27 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ 107, 116 की चालानी कार्रवाई की है। आपराधिक प्रवृत्ति के 156 अभियुक्तों के खिलाफ गैैंगेस्टर की कार्रवाई की है।
41 लाख रुपये किए जब्त
राजधानी पुलिस 55 दिनों के दौरान 41 लाख रुपये भी जब्त कर चुकी है। पुलिस ने 16 मार्च 24 से 10 मई 2024 तक चलाए अभियान के दौरान सफेद धातु करीब 15 हजार और 210 ग्राम गोल्ड जिसकी कीमत अनुमानित कीमत 24 लाख से ज्यादा है।
31 आर्म्स लाइसेंस निरस्त
लखनऊ पुलिस ने लोक सभा इलेक्शन में लाइसेंसी आर्म्स को जमा कराने के साथ इस बार 31 ऐसे आर्म्स लाइसेंस न जिनका न केवल लाइसेंस निरस्त कराया गया बल्कि उन्हें जमा भी कराया गया। अब तक पुलिस 281 आर्म्स लाइसेंस के निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी गई है। वहीं अब तक 15 हजार से ज्यादा आर्म्स लाइसेंस को पुलिस ने जमा कराया है। आर्म्स लाइसेंस के साथ-साथ इलेक्शन में अवैध आर्म्स के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 14 अवैध आर्म्स को भी पकड़ा है।
पुश्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई
46 जोन में बांटा गया राजधानी को
224 सेक्टर बनाए गए
97 इंस्पेक्टर की तैनाती
1155 सबइंस्पेक्टर
3300 हेड कांंस्टेबल व कांस्टेबल
630 महिला कांस्टेबल
5908 होमगार्ड
23 कंपनी पीएसी
बाहर आने वाली फोर्स
189 इंस्पेक्टर व सबइंस्पेक्टर
4774 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल
गश्त के दौरान जाम में फंसी पैरा मिलिट्री फोर्स
वेडनेसडे को हजरतगंज इलाके में पैदल गश्त करते हुए पैरामिलिट्री फोर्स की टीम भी जाम में फंस गई। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस नदारत थी। जाम में फंसे जवानों व अफसरों के साथ पुलिस के अफसरों ने 15 मिनट की मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। जिसके बाद फोर्स पैदल गश्त करते हुए आगे बढ़ी।