- बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने दीप जलाकर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
- एलयू के लॉ कैंपस में तीन दिवसीय 9वें प्रो। केके श्रीवास्तव मेमोरियल इंटर सेमेस्टर मूट कोर्ट कंप्टीशन का आगाज
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रुष्टयहृह्रङ्ख: एक एक शब्द की व्याख्या से वकालत में हम अपनी तर्कशक्ति को नया आयाम दे सकते हैं। मूट कोर्ट कंप्टीशन में भाग लेने से आपकी तर्कशक्ति और आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है। ये बातें शुक्रवार को राज्य बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कही। वह एलयू के न्यू कैंपस स्थित लॉ डिपार्टमेंट में मूट कोर्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 9वें प्रो। केके श्रीवास्तव मेमोरियल इंटर सेमेस्टर मूट कोर्ट कंप्टीशन के शुभारंभ पर बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने अशोक कुमार की एक फिल्म का भी जिक्र किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी मौजूद रहे।
पढ़ाते समय नहीं करते थे किताब का यूज
मूट कोर्ट एसोसिएशन की संयोजक प्रो। विनीता काचर ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया कि वह प्रोफेसर केके श्रीवास्तव की छात्रा थी। वह पढ़ाते समय कभी किसी कागज व किताब का यूज नहीं करते थे। लॉ डिपार्टमेंट के प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष प्रो। सीपी सिंह ने कहा कि बदलते वक्त के साथ लॉ की पढ़ाई में स्टूडेंट्स का रुझान बढ़ रहा है। उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। विशिष्ट अतिथि दयाशंकर सिंह ने अपने छात्र जीवन के बारे में बताते हुए स्टूडेंट्स को आत्मविश्वास का महत्व समझाया। विधि संकाय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो। वीजी गोस्वामी ने छात्रों से ज्ञानपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने स्टूडेंट्स को वकालत की शुरुआत जिला न्यायालय से करने की भी सीख दी। उन्होंने अपने अंतरंग मित्र केके श्रीवास्तव को याद करते हुए उनके साथ बिताए पल को साझा किया। मूट कोर्ट के पहले दिन रिसर्चर टेस्ट का आयोजन किया गया, जिसका रिजल्ट 28 फरवरी को जारी किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।