राजधानी के चिनहट एरिया में प्लॉट की वैल्यू पांच रुपये स्क्वायर फिट, गोमतीनगर में 50 रुपये स्क्वायर फिट और दिल्ली के करीब गाजियाबाद में सिर्फ 86 रुपये स्क्वायर फिट, ग्रेटर नोएडा का रेट 294, नैनीताल का 190 रुपये स्क्वायर फिट, देहरादून में 130 रुपये स्क्वायर फि ट। यह तो रही अर्बन एरिया की बात। रूरल ऐरिया में शुुरुआत पौने चार रूपये पर स्क्वायर फिट से है। माफ कीजिएगा, यह कीमत आपके लिये नहीं है. इस भाव में जमीन खरीदने के लिए आपको कम से कम आईपीएस होना जरूरी है। जी हां, आई नेक्स्ट के रिपोर्टर को जो दस्तावेज हाथ लगे हैं उसके मुताबिक यूपी के अफसरों ने अपने ही डिपार्टमेंट में जो जमीनी हकीकत पेश की है उसके हिसाब से जमीनें उपरोक्त रेट पर खरीदी गयी हैं या फिर उनकी प्रजेंट वैल्यू आज की तारीख में यही है।
यूपी के आईपीएस अफसरों के लिए पहली पसंद राजधानी लखनऊ का ट्रांस गोमती इलाका है। ट्रांस गोमती में भी गोमतीनगर पहली पसंद है। लगभग 70 परसेंट आईपीएस अफसरों के यहां प्लॉट और मकान हैं। एसपी से लेकर एडिशनल डीजी तक के इस इलाके में मकान हैं। आईपीएस अफसरों की दूसरी पसंद नोएडा और ग्रेटर नोएडा हैं। कुछ अफसरों ने मुम्बई, नैनीताल, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और बिहार में भी मकान और प्लाट ले रखा है। यह सारे प्लॉट बहुत कम वैल्यू के शो किये गये हैं।
करोड़ों की property लाखों में और लाखों की हजारों में
1983 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस गोपाल गुप्ता के पास चिनहट में 5760 स्क्वायर फिट का एक प्लॉट है जिसकी पे्रजेंट वैल्यू 28 हजार 800 रूपये बतायी गयी है। यानी आज की तारीख में इस प्लाट की वैल्यू मात्र पांच रुपये स्क्वायर फिट। यह प्लाट गोपाल गुप्ता की पत्नी शालिनी गुप्ता के नाम है। इतना ही नहीं इन्होंने गाजियाबाद में जो प्लाट खरीदा है, लगभग 275 स्क्वायर मीटर उसकी प्रजेंट वैल्यू मात्र दो लाख 35 हजार 458 रुपये है। यानी लगभग 86 रुपये स्क्वायर फिट। इनका एक और फ्लैट है।
Noida में तीन हजार के किराये पर मकान
ग्रेटर नोएडा में खरीदा गया 300 स्क्वायर मीटर का बंग्ला 33 लाख में खरीद कर तीन हजार रुपये महीने के किराये पर दे दिया है। गोपाल गुप्ता की नैनीताल के मल्ली ताल जो टूरिस्ट्स के हिसाब से सबसे प्राइम लोकेशन है वहां भी सवा चार लाख रुपये की प्रापर्टी है।
IG और DIG के नाम दो-दो flats
आईजी लखनऊ आशीष गुप्ता के पास प्रापर्टी नहीं है। श्री गुप्ता ने नोएडा के सेक्टर 45 और सेक्टर 104 में दो फ्लैट खरीदने के लिए डेवलपर्स से एग्रीमेंट कर रखा है। वहीं डीआईजी डीके ठाकुर की बिहार में पुश्तैनी प्रापर्टी है। इसके अलावा उन्होने राजधानी लखनऊ में गोमतीनगर और रायबरेली रोड पर दो मकान बुक करा रखा है। जिसका ब्यौरा उन्होंने डिपार्टमेंट में सौंपा है।
करोड़पति हैं इलाहाबाद के IG
आईजी इलाहाबाद मो। जावेद अख्तर 1986 बैच के आईपीएस हैं। मूल रूप से भागलपुर बिहार के रहने वाले मो। जावेद अख्तर के पास उनके और उनकी पत्नी के ज्वाइंट नाम से लखनऊ के विशाल खण्ड गोमतीनगर में 70 लाख रुपये वैल्यू का एक मकान है। साथ ही नोयडा में सेक्टर 100 में भी लगभग 63 लाख रुपये की वैल्यू का एक फ्लैट अपने नाम से बुक किया है। बिल्डिंग अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है।
DIG के पास मुम्बई के अंधेरी में तीस लाख का flat
1995 बैच के आईपीएस राजकुमार मौजूदा समय में इलाहाबाद के डीआईजी हैं। इन्होंने प्रापर्टी का जो आंकड़ा पेश किया है उसके हिसाब से उनके पास वेस्ट मुम्बई के अंधेरी में तीस लाख रुपये की वैल्यू का एक फ्लैट है। और लखनऊ में पत्नी के साथ ज्वाइंट नाम से रायबरेली रोड पर 11 लाख 95 हजार 800 रुपये का एक घर लिया हुआ है। राज कुमार महाराष्ट्र मुम्बई के मूल निवासी हैं। इलाहाबाद में ही तैनात राजीव सब्बरवाल के पास भी लखनऊ में दो मकान है। एक मकान हजरतगंज के पार्क रोड पर है जिसकी परचेज वैल्यू 10 लाख 10 हजार रुपये बतायी गयी है। यह मकान कब खरीदा गया था इसका ब्यौरा उन्होंने नहीं दिया है। इसी तरह राजधानी की साउथ सिटी में रायबरेली रोड पर भी एक मकान है जिसकी परचेज वैल्यू 7 लाख 19 हजार 175 रुपये बतायी गयी है।
कानपुर के IG के पास लखनऊ में प्लाट और फार्म हाउस
कानपुर में आईजी चंद्र प्रकाश के पास भी लखनऊ के राजाजीपुरम में सन् 2000 में लिया गया एक मकान है। जिसकी 2011 में वैल्यू तीस लाख रुपये बतायी है। चंद्र प्रकाश के पास 2002 से पत्नी के नाम से बख्शी का तालाब में 25 लाख रुपये वैल्यू की जमीन भी है। जिसे फार्म हाउस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। बिहार के मूल निवासी चंद्र प्रकाश 1989 बैच के आईपीएस हैं।
DIG के पास तीन मकान लखनऊ में
कानपुर के 1992 बैच के आईपीएस डीआईजी राजेश कुमार राय ने डिपार्टमेंट में जो प्रापर्टी की डिटेल सबमिट की है उसके हिसाब से लखनऊ में आलम बाग और इंदिरानगर में दो घर हैं और गोमतीनगर में एक जमीन ली हुई है। गोमतीनगर में 2000 स्क्वायर फिट जमीन की प्रजेंट वैल्यू शो नहीं की गयी है जबकि आलमबाग और इंदिरानगर में बने मकान की प्रजेंट वैल्यू 55 लाख रुपये बतायी गयी है। जौनपुर में 20 बीघा पुश्तैनी प्रापर्टी भी जिसमें डीआईजी साहब की हिस्सेदारी है। इसकी भी प्रजेंट वैल्यू शो नहीं की गयी है। करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक डीआईजी साहब के पास कार है या नहीं इसका ब्यौरा नहीं दिया गया है।
दिल्ली में सवा दो लाख में flat
1993 बैच के आईपीएस प्रेम प्रकाश मेरठ में डीआईजी हैं। दिल्ली के मूल निवासी प्रेम प्रकाश के पास खुद के और पत्नी के नाम से दिल्ली में फ्लैट है। जिसकी वैल्यू सवा दो लाख प्लस सवा दो लाख यानी कुल साढ़े चार लाख रुपये शो की गयी है। वहीं लखनऊ के इंदिरानगर में मानस इंक्लेव में 2005 में खरीदा गया फ्लैट है। जिसकी वैल्यू पांच लाख आठ हजार रुपये डिपार्टमेंट को बतायी गयी है। मेरठ में ही आईजी राजीव कृष्ण का प्रापर्टी का डेटा पुलिस डिपार्टमेंट के पास नहीं है।
आगरा के IG के भी लखनऊ में मकान
1986 बैच के आईपीएस पीके तिवारी आगरा रेंज के आईजी हैं। इनके पास लखनऊ, गाजियाबाद, इलाहाबाद और जौनपुर में मकान हैं। जौनपुर में पुश्तैनी मकान की प्रजेंट वैल्यू 12 लाख और इलाहाबाद में पुश्तैनी मकान की वैल्यू पांच लाख रुपये बतायी गयी है। गाजियाबाद के वैशाली में सोसाइटी द्वारा एलाट किये गये प्लाट की कीमत के कालम में नाट वैल्यूड लिखा है। इसी तरह लखनऊ के साउथ सिटी में रेजीडेंशियल प्लॉट को डेवलपर्स द्वारा एलाटेड बताया गया है। गोमतीनगर में एक फ्लैट इनकी पत्नी के नाम है। जिसकी वैल्यू 12 लाख बतायी गयी है। आगरा के डीआईजी असीम अरुण के पास कोई प्रापर्टी नहीं है। ऐसा उन्होंने अपने डिपार्टमेंट में लिखित तौर पर बताया है।
इनके पास भी हैं लखनऊ में मकान
गोरखपुर में तैनात आईजी विजय कुमार के पास गोमतीनगर में एक मकान है जिसे इन्होने 2003 में एक्वायर किया था। इस मकान की इस्टीमेटेड वैल्यू 23 लाख रुपये पुलिस हेडक्वार्टर में बतायी गयी है. वहीं डीआईजी मुकेश शुक्ला के पास भी राजधानी लखनऊ में एक प्लाट है जिसे उन्होंने 1997 में मात्र तीन लाख 58 हजार 589 रुपये में खरीदा था। इस प्लाट के अलावा इनके पास और कोई प्रापर्टी नहीं है।
हजरतगंज और गोमतीनगर में property
वाराणसी के आईजी राजेंद्र पाल सिंह १९८७ बैच के आईपीएस हैं। राजधानी का गोमतीनगर इलाका इन्हें भी सूट करता है। सात लाख 45 हजार वैल्यू का प्लॉट उनके पास गोमतीनगर के विजयंत खण्ड में है। जो उनके और उनकी पत्नी के नाम है। हजरतगंज के गोखले मार्ग पर भी एक फ्लैट आरपी सिंह और उनकी पत्नी के नाम है। जिसकी प्रजेंट वैल्यू पंद्रह लाख रुपये बतायी गयी है।
करोड़पति अफसर लेकिन बे-कार
यूपी के आइपीएस अफसर करोड़पति हैं तो कुछ बड़े जमींदार भी लेकिन बेचारे यूपी के आईपीएस पूरी सर्विस में सिर्फ जमीन और प्लाट का ही सौदा कर पाये। उनके परिवार में एक अदद बाइक तक नहीं है। पूरी आईपीएस की फेहरिस्त में बहुत मुश्किल से आधा दर्जन आईपीएस अफसर ही प्रापर्टी के साथ गाडिय़ों का ब्यौरा दे पाये हैं। एक अधिकारी ने अपनी स्टीम कार की प्रजेंट वैल्यू एक लाख रुपये बतायी है।
Wife के नाम property
ज्यादातर आईपीएस अफसरों ने अपनी वाइफ पर भरोसा किया है। नोएडा हो या गाजियाबाद, लखनऊ हो या देहरादून, हर जगह अफसरों की पत्नियों के नाम प्लॉट लिये गये हैं या बुक किये गये हैं। कुछ लोगों ने अपने बेटे और फादर के नाम पर भी प्लाट और मकान ले रखा है। लेकिन इनकी संख्या काफी कम है। कई काबिल अफसरों ने अपनी प्रापर्टी का डेटा ही सबमिट नहीं किया है। तो कुछ आईपीएस अफसरों के पास प्रापर्टी ही नहीं है।
यह हैं property के सबसे बड़े शौकीन
एक और आईपीएस अफसर हैं जिनकी गिनती सबसे ईमानदार अफसरों में होती है। इन्हें प्रापर्टी खरीदने का शौक है। शौक इतना कि रिश्तेदारों से कर्ज ले कर प्रापर्टी खरीद ली। प्रापर्टी भी ज्यादातर गोमतीनगर जैसे एरिया में। यह हैं 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर। इन्होंने सर्विस में आने के बाद से अब तक यानी 19 साल में दस प्रापर्टी खरीदी। जिसमें आठ प्रापर्टी उनके और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम हैं।
लखनऊ के गोमतीनगर का खरगापुर इलाका इनका सबसे पसंदीदा इलाका है। यहां इनके और इनकी पत्नी के नाम कुल पांच प्लॉट और फ्लैट हैं। खरगापुर में एक फ्लैट 27200 स्क्वायर फिट में लिया गया पक्का घर है जिसकी वैल्यू सात लाख सतहत्तर हजार दो सौ तीस रुपये शो की गयी है। खरगापुर में ही 4940 स्क्वायर फिट जमीन की वैल्यू 4 लाख 32 हजार 940 रूपये बतायी गयी है। यहीं 4710 स्क्वायर फिट जमीन दो लाख 37 हजार 220 रूपये वैल्यू की है. खरगापुर में 2820 स्क्वायर फिट जमीन की वैल्यू 2 लाख 31 हजार तीस रूपये बताया गया है। खरगापुर गांव में ही 4 हजार स्क्वायर फिट जमीन की वैल्यू दो लाख 20 हजार आठ सौ बीस रूपये शो की गयी है। गोमतीनगर के विराम खण्ड में 200 स्क्वायर मीटर में बने घर की वैल्यू 14 लाख 68 हजार 840 रुपये है।
इसके अलावा बिहार के पटना में 4763 स्क्वायर फिट के मकान की वैल्यू छह लाख 95 हजार रुपये, यहीं 635 स्क्वायर फिट जमीन में बने फ्लैट की वैल्यू सवा लाख रुपये, मुजफ्फरपुर में एक कट्टा जमीन की वैल्यू मात्र 36 हजार रुपये है। सीतामढ़ी में जमीन की वैल्यू 0.93 एकड़ जमीन की वैल्यू सिर्फ बाइस हजार रुपये है। इसमें से कुछ जमीन को रिश्तेदारों से कर्ज ले कर लिया गया है। और कुछ बैंक से लोन पर। यह सभी प्रापर्टी 1992 से 2007 के बीच ली गयी है।
पांचों उंगली घी में, सर कढ़ाई में
किस्मत हो तो एसएसपी गाजियाबाद रघुवीर लाल जैसी। 1997 बैच के इस आईपीएस की फैमिली के पास करोड़ों की प्रापर्टी है। लेकिन उसकी वैल्यू लाखों में बतायी गयी है। रघुवीर लाल पिछले दस सालों से लगातार जिलों की कप्तानी कर रहे हैं। खनन की राजधानी सोनभद्र, न्यायालय की राजधानी इलाहाबाद, तहजीब की राजधानी लखनऊ, मोहब्बत की राजधानी आगरा और मौजूदा समय में गाजियाबाद के एसएसपी के पद पर तैनात हैं। इन्होने जो प्रापर्टी का डेटा डिपार्टमेंट में सबमिट किया है उसमें ज्यादातर प्रापर्टी उनकी पत्नी पारुल के नाम है और कुछ प्रापर्टी पारुल को उनके फादर और भाइयों ने गिफ्ट किया हुआ है। यानी पांचो उंगली घी में और सर कढ़ाई में।
ट्रानिका सिटी में दस लाख से कम में flat
सिंगापुर के बाद एशिया के सबसे महंगे प्रापर्टी बाजार में नोएडा और गाजियाबाद का नम्बर पहले आता है। लेकिन यहां आईपीएस अफसरों के लिए जमीन काफी सस्ती है। गाजियाबाद की सबसे पॉश इलाके ट्रानिका सिटी में 2006 में एक रेजीडेंशियल प्लाट एसएसपी गाजियाबाद रघुवीर लाल की पत्नी ने खरीदा। 355 स्क्वायर मीटर के इस प्लाट की वैल्यू जनवरी 2011 में सिर्फ नौ लाख 65 हजार रुपये आंकी गयी। इस फ्लैट की मौजूदा कीमत सर्किल रेट के हिसाब से लगभग एक करोड रुपये है। लेकिन रघुवीर लाल की पत्नी ने 260 रुपये स्क्वायर फि ट के हिसाब से 9 लाख 65 हजार रुपये में खरीदा है। रघुवीर लाल को उनके साले ने एक मकान गिफ्ट भी किया है जो गोमतीनगर में उनकी पत्नी के नाम है। गोमतीनगर के विशाल खण्ड में 294 स्क्वायर मीटर में बने इस मकान की कीमत मौजूदा समय में 12 लाख रुपये लिखा पढ़ी में आंकी गयी है। जबकि एलडीए द्वारा जारी सर्किल रेट के हिसाब से सिर्फ जमीन की कीमत चालीस लाख से ज्यादा है। रघुवीर लाल की पत्नी के नाम से जेपी नगर में भी एक जमीन खरीदी गयी है जिसका एरिया 2.019 हेक्टेयर (87948 स्क्वायर फिट) है। इसकी मौजूदा कीमत तीन लाख 80 हजार रुपये बतायी गयी है।
इन अधिकारियों ने दिखायी हिम्मत
कम ही अफसर हैं जिन्होंने अपने मकान और जमीन की सही वैल्यू डिपार्टमेंट को बतायी है। इसमें पहला नम्बर आता है डॉ। पूर्णिमा सिंह का। डॉ। पूर्णिमा सिंह ने गोमतीनगर के विजय खण्ड में बने मकान की प्रजेंट वैल्यू चार करोड़ रूपये बतायी है। यह मकान सात हजार स्क्वायर फिट में बना है। उन्होंने डिपार्टमेंट को बताया है कि 1989 में इस फ्लैट की वैल्यू आठ लाख 56 हजार रुपये थी। जबकि जमीन की कीमत एक लाख रुपये के अंदर की थी। यह प्रापर्टी डॉ। पूर्णिमा सिंह के अलावा उनके पति के ज्वाइंट नेम से है।
उप्र राज्य मानवाधिकार आयोग के एडीजी ब्रज मोहन सारस्वत के पास मथुरा में पांच एकड़ की पुश्तैनी जमीन और एक मकान है। इसकी वैल्यू दो करोड़ रूपये बतायी गयी है। उन्होंने डिपार्टमेंट को बताया है कि इस जमीन को यूपी गवर्नमेंट के प्रोजेक्ट यमुना एक्सप्रेस हाइवे अथारिटी ने एक्वायर करना शुरूकर दिया है। इसके अलावा विभूति खण्ड में 45 लाख रूपये की वैल्यू का एक फ्लैट भी है।
डॉ। कश्मीर सिंह 1978 बैच के आईपीएस हैं। इनके पास ग्रेटर नोएडा में एक करोड़ रुपये का एक फ्लैट है। लखनऊ के गोमतीनगर में तीस लाख रूपये वैल्यू का फ्लैट है। यह फ्लैट लोन पर लिया गया है। जिसकी किस्तें अभी भी दी जा रही हैं। वहीं उन्होने नोएडा के सेक्टर 44 में भी एक प्लाट लिया है जिसको उन्होने अभी तक एक्वायर नहीं किया है.